कोरबा. हॉटस्पॉट बन चुके छत्तीसगढ़ के कटघोरा में 7 नए कारोना संक्रमित सामने आए हैं। ये सभी उसी इलाके के हैं, जहां से दो दिन पहले ही सात मरीज मिले थे। देर रात आई रिपोर्ट से सात नए लोगों के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। प्रदेश में अब तक कुल 25 संक्रमित सामने आ चुके हैं। इसमें से 15 मरीजों का इलाज चल रहा है। बाकी इलाज के बाद स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं।
फल-सब्जी सहित कृषि उत्पादों के लिए चलेगी कोविड स्पेशल
कटघोरा के युवक का तबलीगी जमात से कनेक्शन होने का पता चलने के बाद से ही प्रशासन ने उसके परिजनों व संपर्क में आए लोगों की जांच शुरू की थी। इसी जांच में पिछले दिनों सात संक्रमितों का पता चला। इसके बाद इलाके को पूरी तरह लॉकडाउन कर दिया गया। संबंधित लोगों के परिजनों के सैंपल लिए गए। शनिवार देर रात रिपोर्ट आई तो सात की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इनमें से दो महिलाएं हैं और पांच पुरुष। उन्हें एम्स लाने की तैयारी है।
कोरोना लॉकडाउन: 6 राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने प्रधानमंत्री से पहले किया ऐलान
आदेश: मास्क न हो तो गमछा, दुपट्टा या रुमाल से ढंके चेहरा
छत्तीसगढ़ में अब सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। सरकार के स्वास्थ्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग मंत्रालय से जारी आदेश में कहा गया है कि विशेषज्ञों के द्वारा कोविड-19 के रोकथाम व बचाव के लिए प्रत्येक व्यक्ति को मास्क-फेस कवर पहनना आवश्यक है। यह एपिडेमिक एक्ट 1897 एवं छत्तीसगढ़ एपिडेमिक डीसीजेज कोविड-19 विनियम 2020 तथा छत्तीसगढ़ पब्लिक हेल्थ एक्ट 1949 की धारा 71 (1) के तहत अनिवार्य किया गया है। बिना मास्क-फेस कवर के घर से बाहर सार्वजनिक स्थानों पर जाना इसका उल्लंघन माना जाएगा और तदनुसार कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
आदेश में कहा गया है कि बाजार में मिलने वाले ट्रिपल लेयर मास्क का प्रयोग किया जा सकता है अथवा होम मेड तीन परतों वाला फेस कवर बनाया जा सकता है। इस होम मेड मास्क-फेस कवर को साबुन से सफाई से धोकर पुनः प्रयोग में लाया जा सकता है। मास्क और फेस कवर उपलब्ध ना होने की स्थिति में गमछा, रूमाल, टुपट्टा आदि का भी उपयोग फेस कवर के रूप में किया जा सकता है। बशर्ते मास्क-फेस कवर पूर्ण रूप से मुंह एवं नाक को ढकने में सक्षम हो। कभी भी उपयोग में लाया हुआ फेस कवर मुंह, नाक ढकने में प्रयुक्त होने वाला गमछा आदि का पुनः प्रयोक करने से उसे साबुन से अच्छी तरह धोएं।
…तो लॉकडाउन दो हफ्ते आगे बढ़ाएंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ?
जमातियों को दावत देने वाले कांग्रेसी नेता सहित 13 पर एफआईआर
इधर जिला प्रशासन ने कांग्रेस नेता सहित एक दर्जन से ज्यादा लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। जानाकारी के मुताबिक कोरबा में मिला कोरोना पीड़ित जमाती 16 जमातियों के साथ कटघोरा के जामा मस्जिद में रुका था। आरोप है कि उन्होंने 20 मार्च को जुराली मस्जिद में एक जलसा किया था। सामूहिक नमाज अता की थी। दावत में भी शरीक हुए थे। जमातियों के इस करतूत से समाज के कई लोगों में कोरोना फैलने का खतरा बढ़ गया था। जिल लोगों पर मामला दर्ज किया गया है, वे जानबूझकर जमातियों के जलसे में खुद तो शामिल हुए ही, कई अन्य को भी लेकर गए, जिसकी वजह से संक्रमण बढ़ा। हाल ही में आए सात लोगों की रिपोर्ट इसी का परिणाम है। इनमें से अधिकांश इस धार्मिक आयोजन का हिस्सा बने थे।
कोरोना इफेक्ट: फरार जमातियों को शरण देने वालों को होगी 10 साल तक की सजा
आरोपियों में कटघोरा विधायक प्रतिनिधि भी
धारा 144 का उल्लंघन करते हुए कटघोरा में यह धार्मिक आयोजन हुआ। इसमें 16 जमाती शामिल हुए और दावत भी उड़ाई गई। इस पूरे आयोजन का संचालन करने वाले 13 लोगों में एक कांग्रेस नेता और कटघोरा विधायक का विधायक प्रतिनिधि भी शामिल है। जिन पर एफआईआर हुई है उसमें कांग्रेस नेता शेख इस्तियाक का नाम प्रमुख हैं, वहीं जामा मस्जिद के इमाम आमीर, अजान अदा करने वाले मोबिन खान, उसके भाई अब्दुल रहमान, आयोजक मोहम्मद खालिद, मोहम्मद शाहिद, साजिद मेमन, आदिल मोहम्मद, महमूद अली, और कांग्रेस नेता के बेटे संयद अश्फाक अली, जुराली गांव के इलियास, रोशन शामिल हैं।
रागनीति के ताजा अपडेट के लिए फेसबुक पेज को लाइक करें और ट्वीटर पर हमें फालो करें।