रायपुर. छत्तीसगढ़ के कटघोरा में कोरोना पॉजिटिव की संख्या बढ़ती जा रही है। तीन नए मरीज मिले हैं। इनमें से दो महिलाएं और एक पुरुष है। इसके साथ ही प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है। अब तक कुल 36 मरीज सामने आ चुके हैं, जिनमें से 23 लोग उपचार के बाद स्वस्थ होकर लौट चुके हैं।
अच्छी खबर: कटघोरा के 6 मरीज स्वस्थ हुए
कोरबा जिले का कटघोरा हॉटस्पॉट बनकर उभरा है। कोरबा से कुल 28 मरीज मिले थे। इसमें से 27 कटघोरा के ही हैं। अभी भी संदिग्ध लोगों को क्वारेंटाइन में रखा गया है। उनकी जांच भी की जा रही है। नए आए मरीज भी क्वारेंटाइन में थे।
वीडियो कान्फ्रेंसिंग के दौरान सीएम ने की कलेक्टर की तारीफ
कोरोना संक्रमण के नियंत्रण के लिए प्रभावी इंतजामों पर गुरुवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कलेक्टरों की वीडियो कान्फ्रेंसिंग में कोरबा कलेक्टर किरण कौशल की जमकर तारीफ की थी। उन्होंने कहा था कि पिछले 48 घंटों में एक भी नया केस नहीं मिला और दस संक्रमित स्वस्थ होकर लौटे। सीएम ने कहा कि कटघोरा में एकबारगी तो संक्रमितों की बढ़ती संख्या से चिंता हो गई थी परंतु जिस तरह से कलेक्टर किरण और एसपी अभिषेक ने स्थिति को संभाला है, वह काबिले तारीफ है। सीएम ने सभी जिलों के कलेक्टरों को इंतजामों की गहन समीक्षा की और लॅाक डाउन को कड़ाई से पालन कराने के निर्देश दिए।
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कोरबा जिला प्रशासन ने कटघोरा में किए ऐसे इंतजाम
- कटघोरा में लॅाक डाउन का कड़ाई से पालन कराने के साथ ही किसी भी परिस्थिति में लोगों को घर से बाहर निकलने की मनाही है।
- कलेक्टर किरण कौशल ने यहां अति आवश्यक वस्तुओं की घर पहुंच सेवा शुरू की है।
- लोगों तक जरूरत के सामान राशन दवाई आदि पहुंचाने के लिए दुकानदारों के वाट्सअप ग्रुप बनाकर आर्डर लिया जा रहा है।
- इसके बाद सभी मिले ऑर्डरों पर यथाशीघ्र 60 वालंटियर्स की बड़ी टीम के माध्यम से होम डिलवरी दी जा रही है।
- राशन कार्ड धारकों को खाद्य विभाग के अधिकारियों ने घर पहुंचाकर दो महीने का राशन दिया है।
- छुरी के एकलव्य विद्यालय सहित एसईसीएल गेवरा के हॉस्टल और रशियन हॉस्टल को क्वारेंटाईन सेंटर बनाकर संक्रमितो के संपर्क में आने वाले लोगो को सबसे पहले कटघोरा क्षेत्र से बाहर निकालकर क्वारेंटाइन किया गया।
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केंद्र सरकार ने भी बनाई है कुछ ऐसी ही रणनीति
केंद्र सरकार ने भी कोरोना से निपटने के लिए ऐसी की विशेष रणनीति तैयार की है। इसके तहत जिलों और राज्यों के अफसरों को खास निर्देश दिए गए हैं। गुरुवार को गृहमंत्रालय ने इस बात की जानकारी दी। रोकथाम की यह रणनीति मोटे तौर पर संक्रमितों की अधिक संख्या वाले क्षेत्रों की पहचान करके रोकथाम के उपायों को प्रभावी ढंग से लागू करने के इर्द-गिर्द ही घूमती है। केवल यही नहीं कोविड-19 संक्रमितों की तलाश और उनके संपर्क में आए लोगों का पता लगाकर उन्हें क्वारेंटाइन करने के साथ लोगों के बीच जागरूकता लाना भी इसी रणनीति का हिस्सा है।
गृह मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि सभी वाहनों की आवाजाही, सार्वजनिक परिवहन और किसी भी व्यक्ति के पैदल इन इलाकों से बाहर निकलने पर पाबंदी रहेगी। इन इलाकों से बाहर जाने वाले लोगों का विवरण एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) के तहत दर्ज किया जाएगा और उस पर नजर रखी जाएगी।
देशभर के कुल 207 जिलों में संभावित हॉटस्पॉट
बताया गया कि 14 अप्रैल तक देशभर के कुल 207 जिलों में कोविड-19 संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं जो कि संभावित हॉटस्पॉट हो सकते हैं। इसके अलावा ऐहतियाती तौर पर घर-घर जाकर संदिग्ध रोगियों का पता लगाने के लिए चुनिंदा स्वास्थ्य कार्यकर्ता हर रोज औसतन 50 घरों में भी जा रहे हैं। आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और एएनएम और रेड क्रॉस, एनएसएस, एनवाईके, और आयुष के छात्र भी इस काम में जुटे हैं।
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सीएम का ट्वीट: “पॉजिटिव” का डर “निगेटिव” से संतोष
इस बीच सीएम भूपेश बघेल ने अपने ट्वीटर पर कोरोना के संक्रमण काल की ड्रोन से ली गई तस्वीर ट्वीट की, जिसे गुरुवार दोपहर 3 बजे ली गई थी। सीएम ने लिखा-
यह ऐसा युद्ध है- जिसमें खुले मैदान में न उतरने वाला ही जीतेगा
यह ऐसा काल है- जिसमें “पॉजिटिव” शब्द से डर और “निगेटिव” शब्द से संतोष मिल रहा है
यह एक ऐसी रेस है- जिसमें न दौड़ने वाला ही जीतेगा
संदेश ये कि घर पर ही रहें, बाहर न निकलें।
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