भिलाई के सेक्टर-9 अस्पताल के ब्लड बैंक में अनियमितता पाए जाने के बाद लाइसेंस निरस्त कर दिया गया था. इसके खिलाफ पेश जनहित याचिका में सुनवाई के लिए रखा गया था पर किसी कारण से मामले में सुनवाई नहीं हो पाई. अब इस मामले की अगली सुनवाई को ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद रखा गया है.
बता दें कि भिलाई सेक्टर-9 अस्पताल के ब्लड बैंक से खून लेकर थैलीसीमिया पीड़ित दो बच्चों को चढ़ाया गया था. रक्त HIV संक्रमित होने के कारण पीड़ित बच्चों का स्वास्थ्य खराब होने लगा. रिपोर्ट के आधार पर राज्य शासन ने ब्लडबैंक का लाइसेंस निरस्त कर दिया था.
आदेश के खिलाफ भिलाई निवासी दीपक कुमार दुबे ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर किया है ,जिसमे कहा गया है कि कर्मचारियों की लापरवाही के कारण बच्चों को संक्रमित ब्लड चढ़ाया गया था. आस-पास के क्षेत्रों से आए मरीजों को इसी ब्लड बैंक से रक्त समय में मिल जाता है. कर्मचारियों की लापरवाही के कारण ब्लड बैंक बंद होने के कारण मरीजों की परेशानी बढ़ गई है.
याचिका में अस्पताल के ब्लड बैंक के लाइसेंस को बहाल करने के लिए याचिका लगाई गई है. पिछली सुनवाई में अस्पताल प्रबंधन ने जवाब प्रस्तुत कर कहा था कि लाइसेंस निरस्त करने के खिलाफ शासन के समक्ष अपील की गई है. इस पर कोर्ट ने शासन को अपील पर 15 दिनों के भीतर निर्णय लेने का निर्देश दिया था. अब मामले को सुनवाई के लिए ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद रखा गई है.