ख़ैरागढ़. पंचायत की कार्यशैली की वजह से खजरी विकास में पिछड़ता जा रहा है। हाल ही में लगभग 42 हज़ार 500 रूपए चबूतरे पर खर्च किए गए हैं। लेकिन ग्राम वासियों ने बताया कि चबूतरा पुराना है। इसमें मात्र लीपापोती की गई है। आँगनबाड़ी केंद्र में 44 हज़ार 500 रूपए फ्लोरिंग में खर्च किए गए है। जबकि भौतिक रूप मात्र सीमेंट की फ्लोरिंग की गई है। इसी तरह से 34802 रूपए मंच निर्माण के लिए निकाले गए हैं। लेकिन उक्त काम भी कहीं दिखाई नहीं दे रहा है। खजरी विकास के नाम पर ठगा महसूस कर रहा है। ग्रामवासियों ने बताया कि प्रत्येक काम में लागत की तुलना में काम का आंकलन किया जाए तो सतही काम नज़र आ रहा है।
आहरण हुआ, पर नहीं दिया बर्तन
आंगनबाड़ी में बर्तन के नाम पर 20 हज़ार रूपए आहरित किए गए हैं। लेकिन बर्तन के नाम पर कुछ नहीं दिया गया। आंगन बाड़ी में मौजूद महिला कर्मचारियों ने बताया कि जितना बर्तन है उतने में ही काम चलाना पड़ रहा है। आंगनबाड़ी में 18 माह से बिजली भी नहीं है। जिसकी वजह से भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
कातलवाही में सड़क में बह रहा नाली का पानी
कातलवाही ग्राम में भी बुरी स्थिति है। यहां सड़क पर दिन भर घरों से निकला नाली का पानी बहता है। जिसकी वजह से पूरी सड़क बदबू से भरी रहती है। हालात ये है कि सड़क के बीच में ही अघोषित नाली बन चुकी है।
आपको नहीं लगता क्या कि काम हुआ है ? - जेठु मारकण्डे, सरपंच,खजरी
खजरी के सरपंच जेठु मारकण्डे से सवाल करने पर उन्होंने उल्टा सवाल करते हुए कहा कि आपको नहीं लगता क्या स्वीकृत राशि का काम हुआ है। आंगनबाड़ी के मामले में पूछे गए सवाल के जवाब में जेठू ने कहा कि बर्तन आपको किसने बताया,बर्तन दे दिया गया है।