नई दिल्ली. मुख्यमंत्रियों की बैठक के बाद 6 राज्यों ने तो लॉकडाउन की तारीखें बढ़ा दी थीं। सोमवार को तमिलनाडु और अरुणाचल प्रदेश ने भी 30 अप्रैल तक लॉकडाउन की घोषणा कर दी। इससे देशव्यापी लॉकडाउन को आगे बढ़ाने की सहमति दिखाई दे रही है। अब 14 अप्रैल को सुबह 10 बजे पता चल जाएगा कि केंद्र सरकार का रुख क्या है? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्र को संबोधित करेंगे।
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इससे पहले हुई वीडियो कान्फ्रेंसिंग के दौरान कुछ मुख्यमंत्रियों ने आर्थिक गतिविधियां शुरू करने पर जोर दिया था। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य के भीतर आर्थिक गतिविधियां शुरू करने की सिफारिश की थी। इससे उम्मीद बढ़ी है कि प्रधानंत्री क्रमवार तरीके से आर्थिक गतिविधियां शुरू करने की योजना बताएंगे। फिलहाल तमिलनाडु और अरुणाचल प्रदेश के अलावा ओडिशा, पंजाब, महाराष्ट्र, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक में लॉकडाउन आगे बढ़ चुका है।
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पीएमओ के ट्वीट से मिली जानकारी
प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 अप्रैल 2020 को सुबह 10 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए 24 मार्च को 21 दिन के देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की, जिसकी अवधि 14 अप्रैल यानी आज खत्म हो रही है।
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24 घंटे में संक्रमण के 905 नए केस, 51 मौतें
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 905 नए मामले सामने आए जबकि 51 लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही सोमवार को संक्रमितों की कुल संख्या 9,352 तक पहुंच गई और मृतकों की संख्या 324 हो गई। इसके मुताबिक, 979 मरीजों को सेहत में सुधार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। हालांकि, राज्यों से प्राप्त सूचनाओं पर आधारित समाचार एजेंसी पीटीआई के आंकड़ों के मुताबिक, देशभर में संक्रमितों की संख्या 9,594 रही जबकि 335 की मौत हो चुकी है।
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राहत / 25 जिलों में पिछले 14 दिनों में कोई केस नहीं
एक अच्छी खबर के अनुसार, स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि कोरोना वायरस से प्रभावित हुये 15 राज्यों के 25 जिलों में पिछले 14 दिनों में कोविड-19 का कोई मामला सामने नहीं आया है। वहीं, देश में चिन्हित 14 उत्कृष्ट चिकित्सा संस्थान सभी मेडिकल कॉलेजों को कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिये इसके परीक्षण के दायरे को बढ़ाने के तरीकों से अवगत करायेंगे, जिससे देशव्यापी स्तर पर कोविड-19 की जांच की व्यवस्था सुनिश्चित हो सके।
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कोरोना वायरस की टेस्टिंग के लिए शुरू होंगी प्रयोगशालाएं
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने इसके लिये दिल्ली स्थित एम्स, चंडीगढ़ में पीजीआई और बेंगलुरु स्थित निमहांस सहित 14 उत्कृष्ट चिकित्सा संस्थानों को देश के सभी निजी और सरकारी मेडिकल कॉलेजों को कोरोना वायरस के परीक्षण हेतु प्रयोगशालायें शुरू करने में तकनीकी एवं कौशल संबंधी मदद मुहैया कराने के लिये चिन्हित किया है।
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अब तक हो चुके हैं दो लाख से अधिक परीक्षण
इस दौरान भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के वरिष्ठ वैज्ञानिक रमन आर गंगाखेड़कर ने कहा, '' कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि के लिए अब तक 2,06,212 परीक्षण किये जा चुके हैं। इनमें पिछले 24 घंटे के दौरान 156 सरकारी प्रयोगशालाओं में किये गये 14,855 परीक्षण और निजी क्षेत्र की 69 प्रयोगशालाओं में किये गये 1913 परीक्षण भी शामिल हैं। हमारे पास छह हफ्ते तक परीक्षण करने के लिए उपयुक्त भंडार है।''
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15 अप्रैल को पहुंचेगी जांच किट की पहली खेप
कोरोना के परीक्षण की त्वरित जांच करने वाली किट की चीन से आपूर्ति के सवाल पर उन्होंने बताया कि जांच किट की पहली खेप चीन से 15 अप्रैल को पहुंचने की संभावना है। शनिवार को प्रधानमंत्री और राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बीच हुई चर्चा के बाद आम सहमति बनती दिखी कि लॉकडाउन को कम से कम दो हफ्ते और विस्तार देना चाहिए।
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