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Lockdown: कोटा में रह रहे 6000 से ज्यादा छात्र यूपी के लिए रवाना, छत्तीसगढ़ियों के लिए भूपेश ने भी गहलोत से की बात Featured

उत्तरप्रदेश से पहुंची बसों में सवार होकर कोटा से अपने घरों के लिए रवाना होते छात्र। उत्तरप्रदेश से पहुंची बसों में सवार होकर कोटा से अपने घरों के लिए रवाना होते छात्र।

कोटा/रायपुर. Lockdown के दौरान प्रतियोगी परीक्षाओं, खासतौर पर इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा के लिए राजस्थान कोटा में पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए उत्तरप्रदेश सरकार ने अच्छी पहल की थी, जिसके कारण वे अब घर लौट पा रहे हैं। वहां फंसे छात्रों की गुहार पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें लाने के लिए 250 बसें भेजी थी, जिसमें सवार होकर 6000 से ज्यादा छात्र यूपी के लिए रवाना हो चुके हैं। इधर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत से छत्तीसगढ़िया छात्रों के संबंध में बात की। गहलोत ने उन्हें आश्वस्त किया है कि कोटा में रह रहे बच्चों को किसी भी तरह से चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।

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यूपी के विभिन्न जिलों के करीब 8,000 छात्र कोटा में

अनुमान है कि कोटा में यूपी के विभिन्न जिलों के करीब 8,000 छात्र परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। कोटा के डिविजनल आयुक्त लक्ष्मी नारायण सोनी ने समाचार एजेंसी भाषा को कहा कि यूपी के 6,000 से ज्यादा छात्रा कोटा से रवाना हो चुके हैं। यूपी सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार देर रात कहा कि अभी तक कोटा से 108 बसों में सवार होकर 2,700 से ज्यादा छात्र झांसी पहुंच चुके हैं।

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किसी संस्था में बिना दाखिला लिए कोटा में पढ़ने वालों की भी चिंता

जन संपर्क विभाग के उपनिदेशक हरीओम गुर्जर ने कहा कि उत्तरप्रदेश सरकार ने उन्हें आश्वासन दिया है कि कमी होने पर और वाहनों का इंतजाम होगा। बताया गया कि कोचिंग संस्थानों से प्राप्त सूचनाओं के आधार पर सूची बनाई गई है। इसमें वे भी शामिल हैं, जो किसी संस्था में दाखिल लिए बिना कोटा में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। एएसपी राजेश मिल ने बताया कि करीब 3,000 छात्रों को लेकर 100 बसें शनिवार तड़के उत्तर प्रदेश के लिए रवाना हुईं।

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मुख्यमंत्री गहलोत बोले- अन्य सरकारों को भी ऐसा करना चाहिए

जो छात्र सूची में शामिल नहीं है, उनके संबंध में अधिकारी ने बताया कि कोटा प्रशासन बसों का इंतजाम करने में असमर्थ है। उन्होंने कहा कि उनके स्तर पर यह संभव नहीं है। संसाधन का इंतजाम वहां (उत्तर प्रदेश) से करना होगा, हम केवल सहयोग कर सकते हैं और छात्रों को वापस भेजने के दौरान सामाजिक मेलजोल से दूरी बनाए रखना सुनिश्चित कर सकते हैं। इधर उत्तरप्रदेश सरकार के इस कदम का स्वागत करते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि अन्य राज्यों की सरकारों को भी ऐसा करना चाहिए।

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इधर सीएम गहलोत ने छत्तीसगढ़ सरकार को किया आश्वस्त

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोटा राजस्थान में अध्ययन कर रहे छत्तीसगढ़ के बच्चों की व्यवस्था को लेकर शनिवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बात की। गहलोत ने बघेल को आश्वस्त किया है कि कोटा में रह रहे बच्चों को लेकर किसी भी प्रकार की चिंता करने की जरूरत नहीं है। सभी बच्चों के लिए आवश्यक व्यवस्था कोटा में ही सुनिश्चित की जा रही है। इसके लिए राजस्थान सरकार द्वारा नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए गए हैं। साथ ही हेल्पलाइन नंबर (Dist. Covid. Control room no. 07442325342 कोटा राजस्थान) भी जारी किए गए हैं।

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इसके बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोटा में अध्ययनरत छत्तीसगढ़ के बच्चों के अभिभावकों से कहा है कि उन्हें किसी भी तरह से परेशान होने की जरूरत नहीं है, छत्तीसगढ़ सरकार बच्चों की सुरक्षा और उनकी व्यवस्था के लिए कृतसंकल्पित है। उन्होंने कहा कि यदि कोटा में किसी बच्चे को कोई परेशानी हो तो उनके अभिभावक पूरी जानकारी के साथ अपने जिला कलेक्टर को अवगत कराएं ताकि कोटा में उनकी समस्याओं का निराकरण किया जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा है कि कोटा में बच्चों की व्यवस्था को लेकर सचिव परिवहन डॉ. कमलप्रीत सिंह एवं  अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू राजस्थान सरकार के उच्च अधिकारियों से सतत् संपर्क में है और बच्चों की व्यवस्था की लगातार जानकारी ले रहे है।

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Last modified on Sunday, 19 April 2020 05:56

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