जिस शख्स ने इनकम टैक्स कमिश्रर की नौकरी छोड़ी। भ्रष्टाचारियों के खिलाफ अन्ना जी के साथ १५-१५ दिन का अनशन किया। एक वक्त ऐसा भी आया जब डॉक्टरों ने कह दिया था, केजरीवाल जिंदा नहीं बचेगा। जानिए आतंकवादी कहे जाने के बाद क्या कहा अरविंद केजरीवाल ने...।
‘मुझे बहुत दुख हुआ। मैंने अपनी जिंदगी में अपने लिए कभी कुछ नहीं किया। मैंने अपनी ङ्क्षजदगी में अपने परिवार के लिए कुछ नहीं किया। अपने बच्चों के लिए कभी कुछ नहीं किया। तन, मन, धन सबकुछ देश के लिए न्यौछावर कर रखा है।’
‘आईआईटी से पढ़ा था मैं। आईआईटी से पढऩे के बाद मेरे नंबर बहुत अच्छे थे। मैं चाहता विदेश चला जाता। मेरी क्लास के ८० परसेंट से ज्यादा बच्चे विदेश चले गए। उस टाइम मैंने सोचा देश में रहकर देश की सेवा करुंगा। मैं उस टाइम देश में रुका। इनकम टैक्स में कमीश्रर बना। कमिश्रर की नौकरी छोड़ दी। अन्ना जी के साथ भ्रष्टाचार के आंदोलन में रहा, कौन छोड़ता है इनकम टैक्स की नौकरी?’
‘अन्ना जी के साथ भ्रष्टाचार के आंदोलन में दो बार मैं देश के भ्रष्टाचारियों को जेल भिजवाने के लिए १५-१५ दिन दिन का अनशन किया। १५ दिन भूखे रहा। मैं डाइबिटीज का मरीज हूं। दिन में चार बार इंनसुलिन लेता हूं। इनसुलिन लेने वाला डायबिटीज का पेशेंट अगर चार-पांच घंटे भूखा रह जाए, उसकी मौत हो जाती है। सभी डॉक्टर्स ने कहा था, केजरीवाल जिंदा नहीं बचेगा। लेकिन आज भगवान की कृपा से मैं जिंदा हूं।’
‘मैंने देश के लिए अपनी जान दांव पर लगाई है। मैंने पांच साल में बच्चों को पढ़ाया है। बच्चों को पढ़ाता है क्या कोई आतंकवादी? मैंने लोगों का इलाज कराया है अस्पताल के अंदर। बजुर्गों को माता वैष्णव देवी के दर्शन कराकर लेकर आया हूं, हरिद्वार, ऋषिकेश, मथुरा, वृंदावन उनको दर्शन कराकर लेकर आया हूं। आर फिर भी मैं दिल्ली के लोगों पर छोड़ता हूं। अगर आपको लगता है कि मैं आतंकवादी हूं तो आप आठ तारीख को कमल पर बटन दबा देना। अगर आपको लगता है कि मैंने दिल्ली के लिए काम किया है, देश के लिए काम किया है, जनता की सेवा की है तो आप झाड़़ू पर बटन दबा देना।