नई दिल्ली. कोरोना वायरस के प्रसार का केंद्र बनकर उभरा दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात का मरकज। यहां से निकले लोग स्वास्थ्यकर्मियों के साथ कथित रूप से बदसलूकी करते पाए गए। देश में अब तक सामने आए कोरोना के मामलों में से लगभग 20 फीसदी इसी से जुड़े बताए जा रहे हैं। भारत में अभी भी कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। इधर गृहमंत्रालय ने जानकारी दी है कि 9000 तबलीगी जमात से जुड़े सदस्यों और उनके संपर्क में आए लोगों को पहचान लिया गया है। वे अब क्वारेंटाइन में हैं। वहीं सरकार ने तबलीगी मात के 960 विदेशी सदस्यों का वीजा कैंसिल कर दिया है।
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गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने गुरुवार को पत्रवार्ता में बताया कि राज्यों से जुटाए गए आंकड़ों के अनुसार अभी तक जिन 9000 तबलीगी जमात के कार्यकर्ता और उनसे संपर्क में आए लोगों की पहचान हुई है, उनमें 1306 विदेशी हैं और बाकी भारतीय हैं। इस मामले में आगे की कार्रवाई चल रही है। फिलहाल सरकार ने तबलीगी जमात के 960 विदेशी सदस्यों का वीजा कैंसिल कर दिया है।
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लॉकडाउन का पूरी तरह पालन करें राज्य
जानकारी के मुताबिक दिल्ली में करीब 2000 तबलीगी जमात के कार्यकर्ता थे, उनमें करीब ढाई सौ विदेशी थे। इनमें 1,804 को क्वारंटीन किया गया है, 334 को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। कोरोना की वजह से दिल्ली में गुरुवार को दो लोगों की मौत हुई, ये दोनों ही निजामुद्दीन मरकज के कार्यक्रम में शामिल हुए थे। गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने कहा कि गृह मंत्रालय देश में जारी लॉकडाउन पर नजर रख रहा है और गृह सचिव ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को पत्र लिखकर कहा है कि लॉकडाउन का पूरी तरह पालन किया जाना चाहिए।
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