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अमेरिका की कोलंबिया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने ऐसे अणुओं की श्रृंखला खोज निकाली है, जो संभावित तौर पर उस प्रोटीन को खत्म कर सकता है जिससे जुड़कर Coronavirus शरीर में फैलता है।
रायपुर. राजधानी सहित प्रदेश के विभिन्न इलाकों में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बुधवार को रायपुर में 31 मामले सामने आए और शाम तक प्रदेशभर से 81 संक्रमित मिले। इसमें राजनांदगांव से 18, दंतेवाड़ा से 8 बालोद से 3 कवर्धा और कोरिया से 4-4, बिलासपुर व कांकेर से 3-3, बलौदा बाजार से दो, नारायणपुर, बीजापुर, मुंगेली से 1-1 संक्रमित मिले हैं। एक संक्रमित की रायपुर एम्स में मौत हो गई। अब कुल मिलाकर 2940 पॉजिटिव केस हैं, इनमें से एक्टिव केस की संख्या 623, बुधवार को 53 लोगों को डिस्चार्ज किया गया। कुल 2303 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है। 14 कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है। Also read: Corona के बाद चीन के सूअरों में पनप रहा है नया वायरस
पुलिस, पत्रकार और गर्भवती को भी कोरोना
रायपुर में शाम तक एम्स के डॉक्टर, अंतरराष्ट्रीय यात्राएं करने वाले, पुलिस स्टाफ, ग्रहणी, न्यूज़ चैनल के पत्रकार, गर्भवती महिलाएं, पूर्व में संक्रमित हो चुके लोगों के संपर्क में आए लोग, प्रवासी मजदूर और हॉस्पिटल के स्टाफ Corona संक्रमित मिले। इन सभी को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा है। इन सभी में से अधिकांश होम क्वारैंटाइन पर थे। Also read: Covid-19 वार्ड में अब Robot Nurse
ये बने नए कंटेनमेंट जोन
शहर के अग्रोहा कालोनी, एचआर टॉवर के पीछे, डीडी नगर, संत कंवर राम चौक के पास कटोरा तालाब, अभनपुर के पी.जामगांव, रामसागरपारा, आमासिविनी, कुकुरबेड़ा में कोरोना संक्रमित मिले हैं। इन्हें कंटेंटमेंट जोन घोषित किया गया है।
अणुओं की पहचान से Covid-19 को रोकने में मिलेगी मदद
अमेरिका की कोलंबिया यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों का कहना है कि सार्स-कोव-2 वायरस पॉलीमरेज नामक एक प्रोटीन से जुड़कर तेजी के साथ खुद की नकल बनाता है और पूरे शरीर में फैल जाता है। वहां के शोधकर्ताओं ने अणुओं की एक शृंखला खोज निकाली है, जो संभावित तौर पर उस प्रोटीन को खत्म कर सकता है, जिससे जुड़कर Coronavirus शरीर में फैलता है। इन अणुओं की पहचान से Covid-19 के इलाज के लिए नई दवा बनाने में मदद मिलेगी।
पत्रिका एंटीवायरस रिसर्च में प्रकाशित हुआ है शोध
एजेंसी के मुताबिक यह शोध पत्रिका एंटीवायरस रिसर्च में प्रकाशित किया गया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि शरीर से पॉलीमरेज की प्रतिक्रिया बंद कर देने पर Coronavirus का फैलाव रुक सकता है। फिर प्रतिरक्षा तंत्र संक्रय होकर Coronavirus को मार डालता है। इस शोध में ऐसे कई संभावित अणुओं के बारे में बताया गया है तो पॉलीमरेज प्रतिक्रिया को ब्लॉक कर सकते हैं। वैज्ञानिक इस प्रोटीन को खत्म करने के लिए दवा बनाने में जुटे हुए हैं।
कुछ इलाजों में होता है इन अणुओं का इस्तेमाल
बताया गया कि इनमें से कुछ अणुओं का इस्तेमाल पहले ही कई वायरल संक्रमण के इलाज में किया जा रहा है। वैज्ञानिकों ने कहा कि कुछ अणु एचआईवी और हेपाटाइटिस बी के इलाज में प्रयोग किए जा रहे हैं। एक पूर्व शोध में सोफोसबुवीर में मौजूद ट्राइफोसफेट नामक अणुओं का पॉलीमरेज प्रतिक्रिया को बंद करने में कारगर साबित होना भी पाया गया है। Also read: चीनी TikTok की आग बुझा रही भारत की Chingari, 30 लाख यूजर्स ने किया डाउनलोड
6 ऐसे ही अन्य अणुओं की हुई है खोज
पॉलीमरेज चेन प्रतिक्रियाओ को तोड़ने में सोफोसबुवीर समेत चार अणु सफल साबित हुए हैं। ऐसे ही छह अन्य अणुओं को खोजा गया है। शोधकर्ताओं को उम्मीद है कि इन अणुओं की मदद से Covid-19 के इलाज के लिए कारगर दवा बनाई जा सकेगी। Also read: Free राशन के केंद्र में बिहार, बंगाल के Vote Bank?
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