खैरागढ़. दान देना भी एक कला है। और इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ के रिटायर्ड प्रोफेसर ने एक कलाकार होने के नाते इसे सार्थक कर दिखाया है। उन्होंने कोरोनावायरस के खिलाफ चल रहे लॉकडाउन से उबरने के लिए अलग-अलग स्तर पर कुल पांच लाख रुपए दान किए हैं। इसमें से दो लाख प्रधानमंत्री सहायता कोष और दो लाख रुपए मुख्यमंत्री सहायता कोष में दिए हैं। बचत के एक लाख में से 50 हजार रुपए स्थानीय प्रशासन व बाकी के 50 हजार निर्मल त्रिवेणी महाभियान जैसे खैरागढ़ के उन संगठनों को दिया है, जो लॉकडाउन के दौरान लोगों की मदद कर रहे हैं। इस तरह अपनी मंशा के अनुरूप अपने दान के रुपयों को उन्होंने हर स्तर पर बांट दिया ताकि जरूरतमंदों तक मदद पहुंचे। इसके बावजूद वे अपना नाम उजागर नहीं करना चाहते।
गीता में कहा गया है:-
दातव्यति यद्दानं दीयतेsनुपकारिणे।
देशे कालेच पात्रे च तद्दानं सात्विकं स्मृतं।।
अर्थात
दान देना मनुष्य का कर्तव्य है, ऐसा जानकर बिना बदले की भावना के देश, काल, पात्र को देखकर जो दान दिया जाता है वह सात्विक दान है।
गोयल ग्रुप ऑफ कम्पनीज ने मुख्यमंत्री सहायता कोष में दिए 71 लाख
इधर राहत कार्यों और जरूरतमंदों की सहायता के लिए गोयल ग्रुप ऑफ कम्पनीज ने 71 लाख रुपए की सहयोग राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष में दी है। चेयरमेन सुरेश गोयल ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को कम्पनी की ओर से 51 लाख तथा कम्पनी के कर्मचारियों द्वारा एक दिन के वेतन 21 लाख रुपए का चेक प्रेषित किया है। गोयल ने राज्य सरकार द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की है। उन्होंने कहा है कि इस महामारी से न केवल लोगों के स्वास्थ्य बल्कि उनकी आर्थिक स्थिति पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। ऐसी स्थिति में लोगों को त्वरित सहायता की आवश्यकता के मद्देनजर गोयल ग्रपु आफ कम्पनीज द्वारा कुल 71 लाख रुपए का चेक मुख्यमंत्री सहायता कोष में दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने इस पहल की सराहना करते हुए उनका आभार व्यक्त किया है।
नवभारत-क्रानिकल परिवार ने दिए 5 लाख रुपए
नवभारत-क्रानिकल परिवार ने मुख्यमंत्री सहायता कोष में 5 लाख रुपए की राशि प्रदान की है। नवभारत सेन्ट्रल क्रॉनिकल के डायरेक्टर समीर माहेश्वरी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को 5 लाख रुपए का चेक मुख्यमंत्री सहायता कोष के लिए प्रेषित किए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण भी राष्ट्रीय आपदा जैसा ही है। राज्य में कोरोना वायरस के संक्रमण को शुरूआती दौर में ही नियंत्रित करने के लिए आपकी सरकार ने शुरू से काफी सक्रियता दिखाई।
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