मुख्यमंत्री रहे डॉ रमन सिंह अर्थात भारतीय जनता पार्टी के 5 साल के कार्यकाल 2013 से 2018 के बीच 2718 करोड़ का घोटाला सामने आया है अन्वेषण ब्यूरो EoW ने अपनी जांच के दौरान इस मामले को उजागर किया है जांच के मुताबिक 10 लाख फर्जी राशन कार्ड की मदद से लगभग 11 लाख टन चावल की हेराफेरी की गई है और यह घोटाला बीजेपी अर्थात डॉक्टर रमन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार के कार्यकाल में हुआ है
EoW ने की जांच :
अन्वेषण ब्यूरो ने इस मामले से जुड़े तत्कालीन खाद्य अफसरों के खिलाफ भ्रष्टाचार य और फर्जीवाड़ा का मामला दर्ज किया है केस दर्ज करने के बाद ओडब्ल्यू ने नए सिरे से जांच शुरू की ताकि आरा आरोपियों को पहचानने में आसानी हो सके इस घोटाले को बीएसडी घोटाला कहा जा रहा है और यह भी कहा जा रहा है कि ना छापों के बाद पीडीएस मैं इसे छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा बड़ा घोटाला माना जा रहा है जांच के दौरान पता चला कि राशन दुकानों में चावल और दूसरी खाद्य सामग्री पहुंचाने के साथ-साथ उसके पंजीकरण और सत्यापन की जिम्मेदारी संचालनालय और जिले के जिन अफसरों पर थी उन्हें अफसरों ने फर्जी तरीके से राशन कार्ड छपवा दिए अफसरों द्वारा बनाए गए इन 1000000 राशन कार्ड में ज्यादातर कार्डों के नाम पते फर्जी थे, फर्जी होने के बावजूद इन पर हर महीने राशन जारी किया गया और मुख्य रूप से चावल दिया गया अर्थात पूरा मामला राशन माफिया से जुड़ा है चावल को खुले बाजार में ब्लैक में बेचा गया है और इसे धंधा बना दिया गया
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी ट्वीट किया :