छत्तीसगढ़ : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा एक बड़ा ऐलान किया गया। जिसमें उन्होंने कहा की कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए ''मुख्यमंत्री सहायता कोष'' से हर जिले को 25 - 25 लाख की राशि प्रदान की जा रही है।
कुल 7 करोड़ की यह राशि कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए आवश्यक संसाधन, सामग्री और राहत कार्यों के लिए खर्च की जाएगी।
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व्यवस्था की बात की जाए तो छत्तीसगढ़ बाकी राज्यो के मुकाबले बहुत बेहतर स्थिति में है।Corona से लड़ाई: 28 में से 23 जिले ग्रीन जोन में, केंद्र सरकार ने पीठ थपथपाई।
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देश में सबसे कम कीमत पर जांच किट खरीदने वाला राज्य बना छत्तीसगढ़।
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337 रुपए में एक किट, कुल 75 हजार किट की दक्षिण कोरिया से हुई खरीदी।
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28 जनवरी से शुरू हो गई थी कोरोना संदिग्धों की स्क्रीनिंग।
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स्वास्थ्य और पंचायत विभाग एक ही मंत्री के पास होने का राज्य को मिला फायदा।
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पंचायत विभाग के माध्यम से गांवों तक कोरोना से बचाव के उपाय बताए गए।
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घर में रह रहे लोगों की सुविधा के लिए दो-दो महीने का राशन पहुंचाया गया।
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पंचायत स्तर पर स्वास्थ्य कार्यकर्ता सर्वे कर लोगों को हाथ धोने के तरीके बताते रहे।
राज्य की अच्छी स्थिति को लेकर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का कहना है कि 27 जनवरी से ही राज्य में कोरोना से निपटने की तैयारी शुरू हो गई थी। विदेशों से आने वालों को क्वारेंटाइन किया जाने लगा। 1 मार्च के बाद विदेश से 2300 से लोग आए, उनकी पहचान कर, जरूरत के हिसाब से क्वारेंटाइन किया गया। जांच की रफ्तार को लेकर सिंहदेव का कहना है कि 75 हजार नई किट दक्षिण कोरिया से मंगवा रहे हैं। एक किट की कीमत जीएसटी के अलावा 337 रुपए है। यह देश में सबसे कम कीमत पर उपलब्ध होने वाली किट है। इसके लिए स्वास्थ्य मंत्री ने अपने स्तर पर प्रयास किया। दक्षिण कोरिया के राजदूत के लगातार संपर्क में रहे और किट की व्यवस्था करवाई। इस किट से जांच में तेजी आएगी।
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बाहर फसे हुए मजदूर उनका क्या??