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Khairagarh में अंधा मोड़ है माना, दुकान-मकान हटाने दिए 25 लाख, Drawing-Design में हुई गड़बड़ी भूल गए Featured

शासन-प्रशासन ने Khairagarh के अमलीपारा में अंधा मोड़ है माना, लेकिन Drawing-Design की गलती नहीं स्वीकारी। अफसर कह रहे Visibility के लिए तोड़े जाएंगे मकान और दुकान।

खैरागढ़. आमनेर नदी पर बने उच्चस्तरीय पुल के कारण अमलीपारा में बना अंधा मोड़ बदली गई ड्राइंग-डिजाइन का नतीजा है। शासन-प्रशासन ने अंधा मोड़ हटाने के लिए जद में आ रहे दुकान-मकान तोडऩे मुआवजा राशि तो स्वीकृत की, लेकिन Drawing-Design में की गई गड़बड़ी भूल गए। इसे लेकर किसी तरह के जांच का आदेश नहीं दिया गया है। अब पीडब्ल्यूडी सेतु संभाग के अफसर कह रहे हैं कि विजिबिलिटी के लिए जद में आ रहा पांच मीटर का हिस्सा तोड़ा जाएगा। Also read: BJP का विरोध: MLA से कराया भूमिपूजन, MP को नहीं बुलाया, Officer बोले- कार्यक्रम हमने नहीं कराया

जबकि पुल निर्माण शुरू होने से पहले ही अंधे मोड़ की कहानी लिखी जा चुकी थी। पीडब्ल्यूडी सेतु संभाग ने इसकी Drawing-Design तैयार करने के बाद ही 11 करोड़ के निर्माण का ठेका दिया था। निर्माण शुरू होते ही दैनिक भास्कर ने इस गड़बड़ी की तरफ प्रमुखता से ध्यान आकर्षित किया था। सारे जिम्मेदारों से संपर्क साधा और उन्हें जानकारी भी दी गई। तत्कालीन ईई ने कहा था कि साइट चेंज करते तो कास्ट बढ़ जाती! जाहिर है कि इंजीनियर भी ड्राइंग-डिजाइन में हुई गड़बड़ी से वाकिफ थे। Also read: Khairagarh Congress में गुटबाजी: पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों पर विरोध जताने सभापति ने अकेले हांकी बैलगाड़ी ...

दैनिक भास्कर ने इस संबंध में लगातार खबरों का प्रकाशन कर लोगों को जागरूक किया। इसके बाद दूसरे अखबारों ने भी इस मुद्दे को उठाया। फिर नगर पालिका अध्यक्ष ने कलेक्टर को चिट्ठी लिखी, जिसमें अंधे मोड़ का जिक्र किया। वर्तमान विधायक देवव्रत सिंह ने छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के बैनर तले एक दिवसीय प्रदर्शन भी किया। उन्होंने मकान-दुकान तोडक़र अंधा मोड़ सुधारने की भी चेतावनी दी थी। बाद में राजीव चौक में मंच पर दिए भाषण में भी उन्होंने कहा था किसी एक व्यक्ति की वजह से पुल की ड्राइंग-डिजाइन बदली गई है। Also read: Tailor ने कच्छा छोटा सिला, तो Police थाने पहुंचा ये शख्स ...

अब शासन-प्रशासन ने मुआवजा स्वीकृत कर यह तो मान लिया कि अंधा मोड़ सुधरना चाहिए, लेकिन Drawing-Design में हुई गड़बड़ी पर मौन साध लिया है। इसे लेकर न तो कोई आदेश जारी किया गया है और न ही किसी तरह की समिति बनाई गई है। सब इंजीनियर एसआर रंगारी ने बताया कि विजिबिलिटी क्लीयर करने के लिए जद में आने वाले दुकान व मकान का पांच मीटर हिस्सा तोड़ा जाएगा।


11 करोड़ के उच्चस्तरीय पुल की ड्राइंग-डिजाइन में हुई गड़बड़ी पर सुलगते सवाल


0 पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों ने 150 मीटर लंबे पुल की ड्राइंग-डिजाइन बनाते वक्त क्या इतनी भी सतर्कता नहीं बरती कि अंधा मोड़ न आए, जबकि सुरक्षा ही किसी भी निर्माण की पहली प्राथमिकता होती है और होनी भी चाहिए।


0 वर्तमान विधायक देवव्रत सिंह ने आरोप लगाया था कि इसकी ड्राइंग-डिजाइन बदली गई है। जाहिर है कि इसमें पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों की मिलीभगत रही है।


0 अब जबकि मुआवजा की स्वीकृति के बाद स्पष्ट हो गया है कि ड्राइंग-डिजाइन की गड़बड़ी के कारण ही अंधा मोड़ बना तो सरकार जिम्मेदारों पर कार्रवाई से क्यों कतरा रही है?

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Last modified on Sunday, 19 July 2020 05:15

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