खैरागढ़. ग्राम पंचायत भोथी में प्रस्तावित रासायनिक कंपनी के खिलाफ ग्रामवासियों और पंचायत ने मिलकर मोर्चा खोल दिया है। जानकारी के अनुसार, 'विमला कंपनी' नामक संस्था द्वारा पंचायत क्षेत्र में एक नई रासायनिक इकाई संचालित करने हेतु अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) की मांग की जा रही थी। हालांकि पंचायत ने पर्यावरणीय खतरे और जनहित को देखते हुए एनओसी जारी करने से स्पष्ट इनकार कर दिया है।
पंचायत के अनुसार प्रस्तावित इकाई ग्राम क्षेत्र से महज 500 मीटर की दूरी पर स्थापित की जानी है, जबकि पहले से ही इस क्षेत्र में एक रासायनिक कंपनी कार्यरत है, जिससे स्थानीय लोगों को दुर्गंध, दमघोंटू वातावरण और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं झेलनी पड़ रही हैं। ग्रामीणों का कहना है कि दूसरी फैक्ट्री आने से स्थिति और बिगड़ेगी।
सरपंच व ग्रामवासियों ने जताई आपत्ति
ग्राम पंचायत की ओर से सरपंच व ग्रामीणों ने संयुक्त रूप से जिलाधीश खैरागढ़ को पत्र भेजकर आग्रह किया है कि पर्यावरण और स्वास्थ्य के मद्देनज़र इस नई इकाई को अनुमति न दी जाए। पत्र में उल्लेख किया गया है कि कंपनी के प्रतिनिधियों द्वारा यह दबाव डाला जा रहा है कि यदि पंचायत एनओसी नहीं देगी, तो वे एसडीएम या कलेक्टर स्तर से अनुमति प्राप्त कर लेंगे।
“जनहित सर्वोपरि” – पंचायत का रुख स्पष्ट
सरपंच व ग्रामीणों ने स्पष्ट किया कि ग्राम पंचायत का निर्णय जनहित में लिया गया है और वे किसी भी दबाव में आकर अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी नहीं करेंगे। उनका कहना है कि भविष्य में बच्चों की सेहत, किसानों की फसल और पूरे गांव की आबोहवा पर असर पड़ेगा, जिसकी जिम्मेदारी कौन लेगा?
ग्रामीणों की यह आवाज अब प्रशासन के दरवाजे तक पहुँच चुकी है और उम्मीद जताई जा रही है कि जिला प्रशासन भी स्थानीय लोगों की आपत्ति को गंभीरता से लेते हुए कोई फैसला करेगा।