रायपुर. कोरोना संक्रमण काल में सरकार ने सभी विभागाध्यक्षों, आयुक्तों और जिला कलेक्टरों को विस्तृत दिशा निर्देश दिए हैं। कहा गया है कि सहकारी दुग्ध महासंघ देवभोग ब्रांड के उत्पादों का इस्तेमाल करें। इसमें दूध, छाछ, लस्सी व श्रीखंड के अलावा रबड़ी, पेड़ा आदि भी है। सरकार ने कहा है कि इसकी गुणवत्ता भी अच्छी है और यह बहुतायत में उपलब्ध भी है।
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सभी कलेक्टरों को मुख्य सचिव की चिट्ठी / मुख्यसचिव आरपी मंडल ने देवभोग के उत्पादों का इस्तेमाल करने के लिए सभी विभागाध्यक्षों, संभागायुक्तों और कलेक्टरों को चिट्ठी लिखी है। इसमें विस्तृत दिशा निर्देश दिए गए हैं। लिखा गया है कि सभी सरकारी आयोजनों, कार्यक्रमों, जेल, उपजेल, आश्रम, बटालियन आदि में देवभोग के उत्पादों का उपयोग किया जाना चाहिए।
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बताए उत्पाद, ली गुणवत्ता की गारंटी / मंडल ने अपने पत्र में बताया है कि सहकारी दुग्ध महासंघ देवभोग ब्रांड के दूध, मिल्क पाउडर, दही, लस्सी, छाछ, पेड़ा, श्रीखण्ड, रबड़ी, घी एवं दुग्ध कुकीज का निर्माण करता है, जो सहजता से बहुतायत रूप से उपलब्ध है। देवभोग ब्रांड के उत्पाद की गुणवत्ता का परीक्षण कई स्तरों पर किया जाता है। इसमें किसी भी तरह की मिलावट नहीं होती है। इसके विक्रय से शासन को जीएसटी एवं अन्य कर भी प्राप्त होते हैं। उन्होंने कहा है कि जिन विभागों के आयोजनों में बाह्य केटरिंग की जाती है, वहां आउट सोर्सिंग एजेंसी दुग्ध महासंघ के उत्पाद का उपयोग सुनिश्चित किया जाए।
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आंगनबाड़ियों व छात्रावासों में भी हो इसी का इस्तेमाल / मुख्य सचिव ने इस संबंध में पूर्व में जारी आदेश का हवाला देते हुए कहा है कि मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम, आईसीडीएस के अंतर्गत आंगनबाड़ियों, आदिम जाति कल्याण विभाग के छात्रावासों में भी आवश्यकतानुसार दुग्ध महासंघ द्वारा उत्पादित सामग्रियों का उपयोग किया जाना है।
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…ताकि देवभोग को मिले बाजार और किसानों को पहुंचे लाभ / मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश के परिपालन में छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी दुग्ध महासंघ देवभोग के उत्पाद को बाजार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से यह दिशा निर्देश दिए गए हैं। ताकि इसका अधिक से अधिक उपयोग शासकीय कार्यालयों एवं संस्थाओं में किया जाए और दुग्ध महासंघ से जुउ़े राज्य के दुग्ध उत्पादक किसानों को इसका लाभ मिले।
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