एजेंसी, नई दिल्ली. आसमान पर आज यानी 8 अप्रैल को साल 2020 का सुपर पिंक मून दिखाई देगा। यह बसंत के मौसम का पहला पूर्ण चंद्रमा होगा, जो रात को चमकता हुआ दिखेगा। आइए जानते हैं कि चंद्रमा ऐसा क्यों दिखेगा? क्या है इसके पीछे का रहस्य…
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सुपर मून के बारे वह जो आप जानना चाहते हैं
दरअसल, सुपरमून का आर्बिट यानी कक्ष पृथ्वी के सबसे करीब होता है। आप सभी जानते हैं कि करीब से चीजें बड़ी दिखाई देती हैं। ठीक यही कारण है सुपर मून का। हमारे ग्रह से इसकी नजदीकी के कारण चंद्रमा बड़ा और चमकीला दिखाई देता है। इस बार सुपर पिंक मून पृथ्वी से 3 लाख 56 हजार 907 किलोमीटर दूर बताया जा रहा है। वैसे पृथ्वी और चंद्रमा के बीच की औसत दूरी 3 लाख 84 हजार 400 किलोमीटर होती है।
हर पूर्णिमा सुपर मून हो यह जरूरी नहीं
आप सोच रहे होंगे कि ऐसे में तो हर पूनम का चांद सुपर मून होता है पर ऐसा है नहीं। इसलिए, क्योंकि चंद्रमा पृथ्वी का उपग्रह है और यह अंडाकार कक्षा में घूमता है। पूरा चंद्रमा हमें तब दिखाई देता है जब वह हमारे ग्रह से ज्यादा दूरी पर हो। 2020 का आखिरी सुपरमून 9 मार्च से 11 मार्च के बीच दिखाई दिया था।
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गुलाबी फूल फ्लोक्स सब्यूलाटा के नाम पड़ा पिंक मून
आप पिंक मून से ये न समझें कि चंद्रमा का रंग गुलाबी दिखाई देगा, बल्कि यह नाम तो उत्तर अमेरिका के पूर्व में वसंत के समय खिलने वाले फूल फ्लोक्स सब्यूलाटा से निकला है। आपको बता दें कि इस खगोलीय घटना को भारत के लोग नहीं देख पाएंगे, क्योंकि इसका समय सुबह 8 बजकर 5 मिनट से है और तब सूर्य की रोशनी तेज होगी।
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भारत में देखना है तो ऐसे देखें सुपर मून
8 अप्रैल को दोपहर 2:35 बजे जीएमटी
सुपरमून भारतीय समयानुसार सुबह 8:05 बजे दिखाई देगा। सूर्य की रोशनी तेज होने की वजह से भारत के लोग इसे नहीं देख पाएंगे। लेकिन आप देखने के इच्छुक हैं तो इस इवेंट को ऑनलाइन लाइव देख सकते हैं। आप इसे space.com या youtube channel पर लाइव देख सकते हैं।
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