दुनियाभर में महामारी से लड़ाई के बीच सोशल मीडिया पर एक राजनीतिक शीत युद्ध शुरू हो गया है। इसका कारण बना है कांग्रेस नेत्री अलका लांबा का विवादित ट्वीट। आप पार्टी से कांग्रेस में पहुंची दिल्ली की नेत्री अलका ने ट्विटर पर पहलवान योगेश्वर दत्त को ट्वीट किया। उनके इस ट्वीट में उन्होंने आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया। इसके बाद बजरंग पुनिया ने भी अपने गुरू योगेश्वर दत्त के पक्ष में मोर्चा संभाला।
जानिए ट्विटर वार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भूमिका
दरअसल, अलका लांबा ने 5 अप्रैल को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक फोटो ट्वीट की। जो फोटो ट्वीट की गई उसमें मोदी संघ के गणवेश में नजर आ रहे हैं। इसी फोटो के माध्यम से अलका ने संघ और भाजपा को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।
इसके बाद बीजेपी की टिकट पर हरियाणा से विधानसभा का चुनाव लड़ चुके योगेश्वर ने आपत्ति दर्ज कराते हुए कांग्रेस नेत्री को जवाब दिया था।
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इस पर अलका लांबा ने योगेश्वर और उनके परिवार के बारे में अभद्र टिप्पणी कर दी। भद्दी भाषा का प्रयोग किया। इस ट्वीट का जवाब देते हुए ओलंपिक पदकधारी योगेश्वर दत्त ने इसे ओछी मानसिकता और मानसिक दिवालियापन का परिचायक बताया। साथ ही साथ महिला कार्ड खेलने की राय भी दे डाली।
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सार्वजनिक मंच पर ऐसी अभद्र भाषा का प्रयोग करने वाली को जब अपनी गरिमा का ध्यान नही तो मै इनसे अपने, मेरी माँ के अथवा माननीय प्रधानमंत्री @narendramodi जी के गौरव का ध्यान रखने की आशा कैसे करु।इस देश मे पुरुष होने का कुछ घाटा भी है।आप महिला कार्ड भी खेल लीजियेगा।#ShameAlkaLamba pic.twitter.com/2iykdHV0VN
ट्विटर पर इसकी खूब आलोचना भी हो रही है। बीजेपी और कांग्रेसी समर्थक आपस में तो भिड़ ही रहे हैं। देश के शीर्ष पहलवान बजरंग पूनिया ने भी अलका लांबा के ट्वीट पर आपत्ति जताते हुए अपनी राय रखी।
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