कहा - किसान है राज्य सरकार से प्रसन्न
राजनांदगांव. छत्तीसगढ़ प्रदेश संयोजक व व्यापार प्रकोष्ठ के जिला उपाध्यक्ष विक्की पटेल ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कांग्रेस सरकार के राज्य में ऐसे मुख्यमंत्री हुए हैं जिन्होंने वास्तव में गरीब परिवारों के साथ किसानों जीवन में खुशहाली लाने के लिए समर्थन मूल्य में वृद्धि कर बोनस और अन्य योजनाओं का लाभ दिलाएं है। गरीब परिवारों को विभिन्न योजनाओं का वास्तव में लाभ मिल रहा है। छत्तीसगढ़ सरकार ने धान खरीदी के मामले में अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए 22 लाख से ज्यादा किसानों से एक करोड़ (100 लाख टन से ज्यादा धान खरीद लिया और अभी खरीदी बंद होने में 13 दिन बचे हैं। इस धान के बदले में किसानों को अब तक सरकार की ओर से 21 हजार करोड़ रुपए का भुगतान हुआ है। पिछले चार साल में केवल धान के बदले में किसानों को सरकार ने डेढ़ लाख करोड़ रुपए से अधिक भुगतान कर दिया है। हर साल राज्य के बजट की 25 फीसदी तक की इस रकम की वजह से बाजार में पैसा और रोजगार, दोनों आए हैं। यही वजह है कि छत्तीसगढ़ में मंदी का असर कोरोना काल में भी नजर नहीं आया, बेरोजगारी दर लगातार गिरी और देश में सबसे कम है। यही नहीं, किसानों का पैसा बाजार में आने से कारोबार बढ़ा, जिससे छत्तीसगढ़ में जीएसटी कलेक्शन भी ज्यादा हो गया है।
श्री पटेल ने आगे कहा कि राज्य सरकार की धान खरीदी नीति के कारण ही छत्तीसगढ़ में धान का रकबा पिछले साल की तुलना में सात लाख हेक्टेयर बढ़ गया है। पिछले साल जहां 24.46 लाख हेक्टेयर में रकबा पंजीकृत था वहीं इस साल धान बेचने वाले किसानों ने 32.16 लाख हेक्टेयर रकबे का पंजीयन कराया है। दरअसल छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा इसलिए कहा जाता है कि यहां 23 हजार से अधिक धान की किस्में संरक्षित हैं। इसके अलावा यहां 88 प्रतिशत रकबे में धान की पैदावार की जाती है। हालांकि देश में धान उत्पादन के मामले में छत्तीसगढ़ आठवें स्थान पर है। यहां औसतन 19-20 क्विंटल धान प्रति एकड़ होता है। धान की अच्छी फसल होने तथा एमएसपी और किसान योजना से मिलने वाले पैसों के किसानों की आय लगातार बढ़ रही है। प्रदेश सरकार एमएसपी पर धान खरीद कर किसानों को इस साल करीब 24 हजार करोड़ रुपए भुगतान उनके खातों में कर रही है।