अंतिम प्रकाशन से पहले मतदाता सूची को लेकर खैरागढ़ में छिड़ा विवाद, गुस्साए नेताओं ने एसडीएम कार्यालय पहुंचकर दर्ज कराई आपत्ति।
खैरागढ़. नगर पालिका चुनाव को लेकर तैयार की जा रही मतदाता सूची विवादों में है। बुधवार को बड़ा खुलासा हुआ, जब दाऊचौरा वार्ड-17 के निवर्तमान पार्षद और स्वाभाविक दावेदार विनय देवांगन विलोपित नामों की सूची में खुद का नाम पाया। उन्होंने तहसीलदार से इसकी शिकायत की। उनके कहने पर रजिस्टर चेक किया। रजिस्टर में भी विनय का नाम था।
यह भी पढ़ें: चुनावी फार्मूला: सोनेसरार, धनेली और टिकरापारा से पूरे शहर को साधने की तैयारी में कांग्रेस... पढ़िए पूरी रिपोर्ट
जब भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को इसकी खबर लगी तो दूसरे दिन गुरुवार को जिला पंचायत उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह के नेतृत्व में सभी एसडीएम कार्यालय पहुंचे। तब मौके पर एक भी अफसर मौजूद नहीं था। मामले की गंभीरता को देखते हुए नेताओं ने अफसरों का इंतजार किया और तहसीलदार प्रीतम साहू के आते ही बिफरे। विक्रांत ने तहसीलदार साहू से दो टूक कहा कि हमें इसका नाम कटने पर डाउट है। सूची में इस नाम को जबरदस्ती फीका किया गया है, ताकि विनय का नाम स्पष्ट न दिखे। हम इसे षड़यंत्र का हिस्सा मानते हैं। वो तो हम लोगों ने देख लिया, इसलिए इसका नाम कटने से बच गया।
…और कुछ तो नहीं चल रहा?
विक्रांत ने तहसीदार से सीधे सवाल किया कि इस तरह का और कुछ भी चल रहा है क्या? आप लोगों पर किसी तरह का कोई दबाव तो नहीं? विक्रांत के इतना कहते ही तहसीलदार साहू ने उनसे सूची ली और रजिस्टर से उसका मिलान किया। इसके बाद संंबंधित कर्मचारियों से पूछताछ की। इस दौरान विक्रांत ने रजिस्टर देखते हुए स्पष्ट कहा कि यह बहुत बड़ी त्रुटि है। इसके खिलाफ हमको चुनाव आयोग से शिकायत करनी पड़ेगी।
चुनाव कार्य में नजर आ रही प्रशासन की लापरवाही
परिसीमन होने के बाद किए गए सर्वे को लेकर अभी भी संशय की स्थिति है। शहर कांग्रेस प्रवक्ता समीर कुरैशी के द्वारा दी गई 123 लोगों की सूची और भाजपा के जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र जैन सहित अन्य के द्वारा दिए गए 48 नाम इशारा कर रहे हैं कि मतदाता सूची के काम में लापरवाही बरती जा रही है। विनय का नाम गायब होना इसी का नतीजा है। बताया गया कि मृतकों के नाम भी नहीं काटे गए हैं।
नीता का नाम विलोपित करने दिया था आवेदन
विनय देवांगन ने बताया कि उन्होंने नीता पति रामगोपाल शर्मा का नाम विलाेपित करने के लिए निर्धारित फार्म भरा था, जो पिछले आठ सालों से उस वार्ड में नहीं रहीं। उसकी जगह में प्रशासन ने उनका ही नाम विलोपित कर दिया। हालांकि कर्मचारियों ने गलती स्वीकारी और उनके नाम को काट कर नीता शर्मा का नाम लिखा। विनय का कहना है कि अगर उन्होंने सूची नहीं देखी होती तो मतदान से वंचित हो जाते।
विरोध दर्ज कराने पहुंचे थे भाजपाई
मतदाता सूची में हुई इस गड़बड़ी का विरोध करने के लिए विक्रांत के साथ जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र जैन, मंडल अध्यक्ष अनिल अग्रवाल, विकेश गुप्ता, सूर्यदमन सिंह, प्रफुल्ल ताम्रकार, आलोक श्रीवास, संजय शर्मा, शिव रजक, आशीष सिंह, कपिल बैद आदि मौजूद रहे।
यह भी पढ़ें: चुनावी फार्मूला: सोनेसरार, धनेली और टिकरापारा से पूरे शहर को साधने की तैयारी में कांग्रेस... पढ़िए पूरी रिपोर्ट