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दिल्ली : इंसान हर किसी को भूल जाए, पर उसे नहीं भूलता जिसने तकलीफ के वक्त उसकी मदद की थी। ऐसा ही देखने मिला नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के अशोक विहार में जहां एक महिला ने अपने नवजात बच्चे का नाम उस पुलिस वाले के नाम पर रखा है जिसने डिलीवरी के वक्त उसे अस्पताल पहुंचाया था।
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पूरा मामला :
महिला का नाम अनुपा है जो 28 साल की है, 23 अप्रैल की सुबह को महिला को जोर का दर्द होता है अर्थात उनकी डिलीवरी का वक्त आ जाता है, परिवार वाले एंबुलेंस को कॉल करते हैं पर कई दफा कॉल करने के बाद भी सहायता नहीं मिल पाती है इसी बीच अपने पड़ोसी SHO आरती शर्मा और कांस्टेबल दयावीर को इस बात की जानकारी देते हैं और उनसे मदद की गुहार लगाते हैं।
मौके पर दया वीर सिंह पहुंचते हैं और घरवालो की हालत देखते हैं जहां महिला की सास रो रही है और असहाय महसूस कर रही है, ऐसे में बीट कॉन्स्टेबल दया वीर तुरंत महिला को अस्पताल लेकर जाते हैं। जानकारी के मुताबिक महिला को हिंदूराव अस्पताल में भर्ती कराया जाता है।
जानिए क्या कहते हैं कॉन्स्टेबल दया वीर सिंह :
कांस्टेबल दया वीर सिंह ने बताया कि जिन लोगों ने फोन करके मदद के लिए कहा था उन्हीं लोगों से जब मुझे पता चला की बच्चे का नाम मेरे नाम पर रखा गया है ''मैं बहुत सम्मानित महसूस कर रहा हूँ''
दूसरी ओर अनुपा की सास का कहना है कि अगर दयावीर सिंह नहीं आते तो मां और बच्चे दोनों की जान को खतरा हो जाता और ऐसे वक्त में हमें समझ नहीं आ रहा था कि क्या करें पर दया वीर सिंह ने हमारी बहुत मदद की इसलिए बच्चे का नाम दयावीर रखा गया है।
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अनुपा का कहना है कि यदि बेटी हुई होती तो एसएचओ आरती के नाम पर बेटी का नाम रखा गया होता क्योंकि बेटा हुआ इसलिए दया वीर रखा गया है। अनुपा ने यह भी बताया कि डिलीवरी के बाद 24 अप्रैल को अस्पताल से घर तक भी दयावीर ने ही पहुंचाया।
ठीक ऐसा ही मामला यूपी में भी देखने को मिला था जहां बरेली की रहने वाली तमन्ना अली खान गर्भवती थी और उनके पति लॉक डाउन की वजह से नोएडा में फंसे थे तब एक पुलिस वाले ने ही उन्हें अस्पताल पहुंचाया
नोएडा के डीसीपी ने महिला के पति को बरेली तक पहुंचाया।इस वजह से महिला ने अपने बच्चे का नाम पुलिस अधिकारी रणविजय सिंह के नाम पर रखा और बच्चे का नाम रणविजय खान हो गया।
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