रायपुर। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने प्रदेश में बढ़ते कोरोना के मामलों पर चिंता बढते कहा कि प्रदेश सरकार को कोरोना के जांच का दायरा बढाया जाना चाहिये ताकी स्थिति स्पष्ट हो सके। उन्होंने कहा कि सूरजपूर के जजावल शिविर में रखे गये लोगों में से पहले रैपिड किट से जांच की जाती है । जिसमें 10 लोगों पॉजिटिव केस सामने आते है लेकिन बाद में फिर एम्स रायपुर में जांच करने पर केवल तीन लोगों का पॉजिटिव मामला सामने आता है। नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि रैपिड जांच के प्रक्रिया को लेकर सवाल उठाना लाजमी है कि जांच के सही पाये जाने का दर केवल तीस प्रतिशत है।
उन्होंने कहा कि जो पॉजिटिव मामले आये है उनके साथ जुडे सभी लोगों की जांच हो चाहिये ताकी पता चल पाये कि कही कोरोना का संक्रमण फैला तो नही है।
वही जशपुर के लुडेग व सुरजपूर के जजावल शिविर में स्वास्थ्य अमला के पर सुरक्षा के लिए किट नही है जिसके कारण पूरे अमला में भय का वातावरण है । इन मासले में प्रदेश सरकार को गंभीरता से चिंता करना चाहिये। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में करीब 80 हजार को लोगों को कोरेन्टाईम में रखा गया है। उनके संपर्क जितने भी लोगों आय़े होंगे उसकी भी जांच होनी चाहिये। अभी वक्त रहते सचेत नही हुए तो परिणाम गंभीर हो सकते है।
यह भी पढ़ें : कुर्सी जाने का खतरा देख, CM उद्धव ठाकरे ने मांगी PM मोदी से मदद
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि साथ ही प्रशासनिक असंवेदनशीलता के कारण भी और भी जिलों में कोरोना पैर पसार रहा है। जिसकी चिंता प्रदेश सरकार को नही है। वही पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य अमला मजबूती के साथ काम कर रहा है लेकिन इनको भी मदद नही मिल रहा है। नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कोरोना के खिलाफ कारगर कदम उठाये जा रहे हैं। जिसकी प्रशंसा पूरा विश्व कर रहा है। साथ ही छत्तीसगढ़ को कोरोना की लड़ाई में हर संभव मदद भी कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें :US प्रेसिडेंट ट्रम्प ने PM मोदी को ट्विटर पर अनफॉलो कर दिया है : CM भूपेश बघेल बोले "ये पूरे देश का अपमान है"