रायगढ। एटीएम वेन लूट एवं हत्याकांड मामले के मुख्य आरोपी सुधीर सिंह के बड़े भाई वरूण सिंह और उसके दोस्त रजनीश कुमार पांडेय को भी पुलिस ने आज गिरफ्तार कर लिया। एसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि वरूण किरोड़ीमल नगर में ग्लेज इंडिया की फ्रेंचाइजी चलाता था। उस पर 37 लाख का कर्ज भी है। घटना की पूरी प्लानिंग बिहार के सिवान जिले में की गई। स्वयं को पत्रकार बताने वाला वरूण इस घटना का मास्टर माइंड हेै और वही रेकी भी करता था। वह प्रेस लिखी गाड़ी में घुमता था।
एसपी ने बताया कि 4 जुलाई को जब मुख्य आरोपी सुधीर सिंह और पिंटू वर्मा की गिरफ्तारी की जानकारी सुधीर के बड़े भाई वरूण को पुलिस ने मोबाइल पर दी गई। इसके बाद वरूण ने अपना मोबाइल बंद कर दिया। इस पर पुलिस को उस पर संदेह हुआ। इस बीच पुलिस सीसी टीवी फूटेज और मोबाइल कॉल डिटेल की एनालिसिस कर ही रही थी। घटना के कुछ देर पहले वरूण को मौके के पास के एक सीसीटीवी फूटेज में देखा गया तथा उसके कॉल डिटेल में घटना के कुछ मिनट पहले पिंटू वर्मा से उसने बात की थी और एक मैसेज भी भेजा था। इससे पुलिस का संदेह वरूण पर पुख्ता हो गया और उसे पूछताछ के लिए थाने लाया जाता रहा। लगातार पूछताछ के बाद वरूण ने अपने साथी रजनीश पांडेय के साथ घटना में शामिल होना कबूल लिया साथ ही यह खुलासा भी किया कि पूर्व में यूनाइटेड बैंक में हुई लूटपाट की घटना में वह शामिल था।
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ऐसे बनाया प्लान, यूनाइटेड बैंक लूटकांड का भी था मास्टर माइंड
बिहार के सिवान का मूल निवासी वरूण पिछले 14 साल से रायगढ़ में निवास कर रहा था। उसका छोटा भाई सुधीर भी उसके पास आया जाया करता था। वरूण यहां ग्लेज इंडिया की फ्रैंचाइजी भवानी ट्रेडर्स के नाम से किरोड़ीमल नगर के आजाद चौक में संचालित कर रहा था। अपनी कंपनी में वह अन्य प्रदेशों से युवक युवतियों को यहां लाकर विभिन्न प्रोडक्ट्स की बिक्री करवाता था। इनके रहने के लिए उसने कुछ मकान भी अपने आफिस के पीछे बना रखे हैं। उसका यूनाइटेड बैंक रायगढ़ में अकाउंट है। बैंक में उसने खुद को कंपनी का मालिक और पत्रकार बताया था। उसने बैंक से 17 लाख का लोन और मार्केट से करीब 34 लाख की उधारी ले रखी थी।
वरूण ने बिहार में बैंक लूटपाट के लिए शूटर तथा अपने भाई समेत एक गैंग बनाया हुआ था। जून 2019 में सुधीर के साथ उसका बलिया निवासी दोस्त पिंटू रायगढ़ आया था। यहां उनके लिए वरूण ने किराए के कमरे की व्यवस्था की। यहीं इसी कमरे में यूनाइटेड बैंक को लूटने का प्लान बनाया गया और चारों तैयार हुए। लूट के लिए वरूण के पैसे से बिहार के संजय भारद्वाज के माध्यम से यूपी, बिहार बार्डर से दो पिस्टल, 20 कारतूस, दो कट्टा खरीदा गया। वरूण अपने पास रायगढ़ अंचल साप्ताहिक रजिस्टर्ड प्रेस का आई कार्ड रखा था तथा गाड़ी में प्रेस भी लिखवा रखा था। वह गले में प्रेस कार्ड लटकाकर आसानी से बैंक में रेैकी किया करता था।
जून में लगातार 03-04 दिन यूनाईटेड बैंक की रेकी के बाद घटना के दिन शाम करीब 5 बजे संजय भारद्वाज के मोबाईल पर मैसेज कर बताया कि बैंक अभी खाली है, पर उस शाम लूट का प्लान सक्सेस नहीं हुआ । वरूण उसके किरोडीमल आफिस के सामने कैश भरने आये कैशवेन को देखकर अपने भाई के साथ प्लान बनाया था । जनवरी माह 2020 में सुधीर, वरूण खम्होरी गांव जाकर फिर संजय भारद्वाज और पिन्टू के साथ रायगढ़ एटीएम कैश वैन लूटने की बात बताये, जिस पर संजय भारद्वाज बोला कि आधा हिस्सा लेगा और आधा हिस्सा तीनों लोगों का, इस पर सुधीर नहीं माना और संजय भारद्वाज को प्लानिंग से हटा दिया । 18 मार्च 2020 की साउथ बिहार ट्रेन से 19 मार्च को वरूण सिंह, सुधीर सिह, उसका पिता झूलन राय, पिन्टू वर्मा और वरूण अपने गांव के पास रहने वाले रजनीश कुमार पाण्डे को कम्पनी में काम दिलाने और कैशवैन लूटपाट में शूटर के रूप में उपयोग करने रायगढ़ लाया। पुलिस रेल्वे से इनके टिकट रिकार्ड निकलवा रही है । मार्च 2020 को लॉकडाउन होने से इनका कैशवेन लूटने का प्लान कुछ समय के लिए आगे बढ़ गया।
जून महीने में एटीएम कैश वैन लगातार आने से उनके लूट के प्लान में गति आई । घटना के करीब दो सप्ताह पहले वरूण, पिन्टू और सुधीर मो0सा0 से ट्रेक शूट खरीदने रायगढ एस0पी0 आफीस के पास स्पोटर्स दुकान में नेवी ब्लू रंग का 02 नग ट्रेक शूट खरीदे और वरूण अपने लोकल एवं प्रेस का होने का फायदा उठाकर उसी दिन ग्राम डोंगाढकेल (केराझर) जाकर एक कमरा सुधीर और पिन्टु के लिये उपलब्ध कराया । वरूण सिंह और रजनीश प्रेस मोटर सायकल में लगातार कैशवैन की रैकी कर रहे थे, प्लान के मुताबिक दिनांक 03.07.2020 को लगभग 01.35 बजे कैशवैन सीएमओ तिराहा से गुजरी तब तुरंत वरूण सिंह, पिन्टू के मोबा0 में टाईप करके भेजा, उसके आधा घण्टे बाद वरूण और रजनीष एक्टीवा से आजाद चैक किरोडीमलनगर पहुंचे काफी भीड लगी थी तो समझ गये काम हो गया । उसके बाद वरूण डोंगाढकेल गांव सुधीर और पिन्टू के पास पहुंचा । वहां उनसे 25,000 रूपये और कम्पनी का बैग फेंकने के लिए मांगा । 25 हजार से 5 हजार रूपये उसने रजनीश को दिये और एक कट्टा वरूण अपने पास रखा था । कट्टा को अपने किराये मकान के नीचे निर्माणधीन कमरे के पास रेत मे छुपाकर रखा था और सफेद एक्टिवा क्र0 सीजी 13 यूए 9413 को घर के नीचे खड़ा था तथा अपाचे मो0सा0 क्र0 जेएच 03 एम 3091 अपने परिचित के घर गणेशचौक किरोड़ीमल नगर में खड़ा किया था जिसे पुलिस इनके मेमोरेंडम पर बरामद की है । आरोपियों का घटना के बाद ओडिसा के बरगढ़ जाने का प्लान था तथा घटना शांत होने पर वापस बिहार जाते ।
कई जगहों के सीसीटीवी फुटेज एवं टावर डम्प डाटा में पुलिस को आरोपी वरूण सिंह और रजनीश पांड के घटना में शामिल होने के पुख्ता सबूत मिलने के बाद दोनों को कल गिरफ्तार कर पुलिस रिमांड लिया गया । शातिर आरोपियों द्वारा नया सिम का प्रयोग किया गया उसकी तथा साऊथ बिहार ट्रेन का रिकार्ड एवं बिहार पुलिस से आरोपियों के पूर्व अपराध की जानकारी प्राप्त किया जा रहा है । साथ ही चारों आरोपियों के हुलिया, वारदात के तरीकों की जानकारी राज्य एवं राज्य के बाहर ईश्तहार तैयार कर प्रसारित किया गया है । आरोपियों के पास से हथियार, प्रेस कार्ड, मोबाइल, गाडिय़ां आदि बरामद किए गए हैं।
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