खैरागढ़. कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए प्रशासन ने 10 वार्डों में 13 कंटेनमेंट जोन बनाए, लेकिन इसे लेकर व्यापारियों में असमंजस बरकरार है।
एक जोन में आधी दुकानें खुलीं, आधी बंद होने से विवाद की स्थिति निर्मित हो रही है। शुक्रवार के बाद शनिवार को भी इसी को लेकर बहस हुई। मौके पर पहुंचे तहसीलदार प्रीतम कुमार साहू भी व्यवसायियों को समझाने में नाकामयाब रहे।
ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि चिन्हित जगह पर दुकान खोलने और बंद करने की स्थिति स्पष्ट नहीं है। गोलबाजार में बाफना भवन वाली लाइन बंद दिखी, जबकि मस्जिद रोड से बख्शी मार्ग वाली सारी दुकानें खुली हुई थीं। मौके पर पहुंचे तहसीलदार व नगर पालिका कर्मचारियों को व्यापारियों ने यही कहा कि ऐसे में कोरोना की चैन कैसे टूटेगी। इसे तोड़ने के लिए एक निश्चित समय में पूरा लॉकडाउन होना आवश्यक है।
तहसीलदार के जाने के बाद भाजपा के जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र जैन, व्यापारी संघ अध्यक्ष अशोक मुणोत, प्रबल खत्री सहित आसपास के व्यापारियों ने इस पर चर्चा की और निर्णय लिया कि कंटेनमेंट जोन बनाने की बजाए एसडीएम से दोपहर 4 बजे के बाद संपूर्ण लॉकडाउन का निवेदन किया जाए। इसके बाद उन्होंने एसडीएम कार्यालय तक अपना आवेदन भी पहुंचा दिया है।
कलेक्टर का आदेश आने से जगी आस
इधर व्यापारी संघ के निर्णय बाद राजनांदगांव कलेक्टर टीके वर्मा ने दोपहर 4 बजे के बाद निगम क्षेत्र में लॉकडाउन की घोषणा की है, जो आगामी आदेश तक जारी रहेगा। इस बीच घर पर जाकर दूध बांटने वाले शाम 6 से रात 8 बजे तक अपना काम कर सकेंगे। बैंक, पोस्ट ऑफिस, बिजली, पेयजल आपूर्ति आदि को इससे छूट दी गई है। कलेक्टर के इस आदेश के बाद खैरागढ़ के व्यापारियों की उम्मीद जगी है।
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