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खैरागढ़ नगर पालिका ने लैंड मार्क रॉयल कंपनी को दिया है काम, नक्सलियों तक सामान सप्लाई के आरोप में सलाखों के पीछे है इस कंपनी का मालिक।
खैरागढ़ के अमलीपारा वार्ड में बनने जा रहे मांगलिक भवन का ठेका नगर पालिका ने एक ऐसी कंपनी को दिया है, जो ब्लैक लिस्टेड है और जिसका मालिक नक्सलियों को सामान सप्लाई के आरोप में सलाखों के पीछे है। यही नहीं आगामी दिनों ने इसका भूमिपूजन नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव डहरिया से कराने की तैयारी है।
बताया गया कि अमलीपारा वार्ड में एक करोड़ 44 लाख 36 हजार की लागत से डॉ. बीआर अम्बेडकर सर्वसमाज मांगलिक भवन का निर्माण होने जा रहा है। नगर पालिका ने इसके निर्माण का ठेका लैंडमार्क रायल कंपनी को दिया है। इसका मालिक वरुण जैन फिलहाल जेल में है। उस पर नक्सलियों तक सामानों की सप्लाई और सांठगांठ का आरोप है।
इसी के चलते तकरीबन 6-7 माह पहले पीडब्ल्यूडी और पीएमजीएसवाय ने इस कंपनी के सभी निर्माण कार्य का ठेका निरस्त कर दिया था। इससे पहले कंपनी को कोहका-औंधी, मानपुर-मोहला व कांकेर क्षेत्र में करीब 160 करोड़ के निर्माण कार्य का ठेका दिया गया था। इसके बाद इस कंपनी को ब्लैक लिस्टेड करने की कार्रवाई शुरू की गई थी।
सीएमओ पर सांठगांठ का आरोप
डॉ. बीआर अम्बेडकर सर्वसमाज मांगलिक भवन की निविदा के संबंध में शहर कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता समीर कुरैशी ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में तत्कालीन सीएमओ पूजा पिल्ले पर आरोप लगाया है कि कुछ जनप्रतिनिधियों के साथ मिलीभगत कर उन्होंने नक्सल सहयोगी, ब्लैक लिस्टेड कंपनी को सीएसआर से 2.5 प्रतिशत कम दर में यह ठेका दिया है।
कार्यादेश रोकने व ठेका निरस्त करने की मांग
संदिग्ध गतिविधियों में शामिल इस कंपनी के संबंध में समीर ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कार्यादेश रोकने और ठेका निरस्त कर पुन: निविदा आमंत्रित करने की मांग की है। उनका कहना है कि इससे पहले भी द्वितीय निविदा प्रक्रिया में अनियमितता बरती गई थी। शिकायत के बाद तीसरी निविदा आमंत्रित की गई।
ब्लैक लिस्टेड होगा तो शासन को जानकारी भेजेंगे
सीएमओ सीमा बख्शी का कहना है कि इस संबंध में विभाग से पत्राचार कर रहे हैं। ओवदन में बताए अनुसार कंपनी के बारे मंे जानकारी ली जा रही है। अगर वह कंपनी ब्लैक लिस्टेड होगी तो शासन को वापस जानकारी भेजेंगे। फिलहाल कंपनी को वर्कऑर्डर नहीं दिया गया है।