The RAGNEETI is periodical magazine and the news portal of central India with the political tone and the noise of issues. Everything is in this RAGNEETI. info@ragneeti.co.in
Owner/Director : Bhagwat Sharan Singh
Office Address : New Bus Stand, Shiv Mandir Road, Khairagarh. C.G
Khairagarh के अटल उद्यान की दुर्दशा पर नेताओं ने तो ध्यान नहीं दिया, लेकिन पांच साल के एक मासूम ने पालिका के अफसरों को उनकी ड्यूटी याद दिला दी।
खैरागढ़. तीन दिन पहले पांच साल के मासूम समर्थ की एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुई। इस वीडियो के माध्यम से पता चला की झूलों के आसपास रेत नहीं डाली गई है। मिट्टी की सख्त परत से बच्चों को चोट लग रही है। खुद समर्थ भी घायल हुआ। इसके बाद उसने वीडियो के माध्यम से लोगों तक अपनी बात पहुंचाई।
इसे वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि वह अटल उद्यान में खड़ा है और गार्डन (Garden) की दुर्दशा पर तुतली भाषा में अपनी नाराजगी जता रहा है। वह सख्त जमीन की तरफ इशारा करते हुए कह रहा है, ‘यहां पर रेत तो डलवा दो कम से कम, बच्चे लोगों की चिंता नहीं है क्या? अपने घर की चिंता करते हो, यहां पर की चिंता नहीं करते हो, बच्चे लोगों की!’
इसे भी पढ़ें: फतेह मैदान में ही पटाखा दुकान लगाने अड़ी पालिका, खेल छोड़ विरोध करने उतरे खिलाड़ी
इस वीडियो को समर्थ के पिता राजू यदु ने बनाई है, जो वर्तमान में भाजपा के मीडिया प्रभारी हैं। वीडियो वायरल करते हुए राजू ने लिखा, ‘ये मेरा बेटा समर्थ यदु है। यदि आपका बच्चा भी उद्यान में खेलता है, तो आप भी आवाज उठाइए। और हां, अपने बच्चों को गलत के खिलाफ आवाज उठाने का संस्कार दीजिए।’
नन्हें समर्थ का प्रयास रंग लाया। पालिका प्रशासन ने मासूम की नाराजगी पर गंभीरता दिखाई और दो दिनों बाद गार्डन में लगे झूलों के आसपास रेत डाल दी गई।
लेकिन समर्थ यहीं नहीं रुका। शनिवार (7 नवंबर) को उसकी एक और वीडियो वायरल हुई, जिसमें उसने नगर पालिका को धन्यवाद कहा और अपनी अगली डिमांड रख दी।
इसे भी पढ़ें: फतेह मैदान में ही पटाखा दुकान लगाने अड़ी पालिका, खेल छोड़ विरोध करने उतरे खिलाड़ी
फिर वही तुतली भाषा और वैसा ही गंभीर मुद्दा। समर्थ ने गार्डन में लगी फिसल पट्टी को दिखाते हुए कहा, ‘नगर पालिका का बहुत-बहुत धन्यवाद, आपने रेत गिरा दिया। बच्चों की एक ख्वाहिश है, फिसल्ल पट्टी को बनवा दीजिए।’
रोज जाता था गार्डन और पापा से पूछता था सवाल
राजू ने बताया कि पहला वीडियो बनाने के बाद वह रोज गार्डन जाने की जिद करने लगा और गार्डन में प्रवेश करते ही पूछता, ‘रेत तो नहीं डली पापा, आपने तो कहा था डल जाएगी?’
लेकिन जब झूलों के आसपास रेत देखी तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उद्यान में अपने बच्चों को लेकर आने वाले अभिभावकों की भी चिंता दूर हुई।
देखिए पहली वीडियो में समर्थ का गुस्सा और दूसरी में उसकी डिमांड