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छत्तीसगढ़ के प्लेसमेंट कर्मचारी हड़ताल पर, सरकार की नींद टूटना बाकी : मनराखन देवांगन Featured

खैरागढ़: विधायक प्रतिनिधि मनराखन देवांगन ने धरना स्थल में जाकर समर्थन देते हुए बताया छत्तीसगढ़ में नगरीय निकायों में कार्यरत हजारों प्लेसमेंट कर्मचारी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर उतर आए हैं। इस हड़ताल का असर प्रदेश के खैरागढ जिले में साफ दिखाई दे रहा है। सफाई, जल आपूर्ति और अन्य आवश्यक सेवाएं प्रभावित हुई हैं।

कर्मचारियों की मुख्य मांग है कि उन्हें ठेका प्रथा से मुक्त किया जाए और सीधे नगर निगमों से वेतन दिया जाए। इसके साथ ही, वे श्रम सम्मान राशि और नियमितीकरण की मांग भी कर रहे हैं। कर्मचारियों का कहना है कि वे कई सालों से अस्थायी तौर पर काम कर रहे हैं, लेकिन उन्हें स्थायी कर्मचारियों जैसी सुविधाएं नहीं मिलती हैं। इस हड़ताल के बावजूद, राज्य सरकार की ओर से अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। विधायक प्रतिनिधि मनराखन देवांगन ने हड़ताली कर्मचारियों का पंडाल में जाकर समर्थन करते हुए सरकार की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने चुनाव के दौरान प्लेसमेंट कर्मचारियों को 100 दिन के अंदर में नियमित करने का वादा किया था, लेकिन सत्ता में आये 9 माह को गया है वादे को पूरा नही कर पाया है।

 

देवांगन ने कहा प्लेसमेंट कर्मचारियों की हड़ताल का सीधा असर आम जनता पर पड़ रहा है। शहरों में सड़कों पर गंदगी फैल रही है, जल आपूर्ति बाधित हो रही है और अन्य कई समस्याएं पैदा हो रही हैं। लोग सरकार से इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान करने की मांग कर रहे हैं।

 

देवांगन ने कहा इस समस्या का समाधान निकालने के लिए सरकार को कर्मचारियों की मांगों पर गंभीरता से विचार करना होगा। कर्मचारियों को स्थायी किया जाना चाहिए और उन्हें उचित वेतन और सुविधाएं प्रदान की जानी चाहिए। इसके साथ ही, नगर निगमों को भी मजबूत बनाया जाना चाहिए ताकि वे शहरों को बेहतर ढंग से संचालित कर सकें। हड़ताल में नगर पालिका उपाध्यक्ष रज्जाक खान, नेता प्रतिपक्ष दीपक देवांगन, पार्षद दिलीप लहरे सहित अन्य कांग्रेसी कार्यकर्ता भी मौजूद थे।

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Last modified on Thursday, 21 November 2024 20:19

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