गरमाई सियासत: विधायक को दी गई थी सामान्य सभा की सूचना, सांसद को भूल गया नगर पालिका प्रशासन।
खैरागढ़. गुरुवार (13 अगस्त) को होने जा रही नगर पालिका परिषद की बैठक अपरिहार्य कारण बताकर अचानक रद्द कर दी गई। बाद में बताया गया कि अध्यक्ष की तबियत बिगड़ गई है। देर शाम असलियत सामने आ गई। पता चला कि यह सांसद संतोष पांडे की नाराजगी का असर है। Khairagarh: प्राचार्य पंडा ने ध्वज की महिमा बताई, फिर बोले- चेतना को जगाए रखें शिक्षक
दरअसल, पालिका प्रशासन ने विधायक देवव्रत सिंह को तो सूचना दी, लेकिन सांसद को जानकारी देना भूल गए। तब उन्होंने कलेक्टर से अपनी नाराजगी व्यक्त की। इसके बाद प्रशासनिक हलके में हड़कंप मच गया। कलेक्टर ने एसडीएम को और एसडीएम ने सीएमओ को बैठक स्थगित करने के लिए कहा। Khairagarh: परिसीमन पर गंजीपारा वासियों ने दर्ज कराई पहली आपत्ति, बोले- खत्म हो रहा अस्तित्व
ऐन वक्त पर अपरिहार्य कारण बताकर बैठक रद्द कर दी गई। बाद में कहा गया कि अध्यक्ष मीरा चोपड़ा की तबियत ठीक नहीं है। उनके पति गुलाब चोपड़ा ने भी यही कारण बताया। उपाध्यक्ष रामाधार रजक सहित भाजपा पार्षदों को भी कानों कान खबर नहीं लगी। सभी असल कारण से अनजान रहे। प्राचार्य पंडा ने ध्वज की महिमा बताई, फिर बोले- चेतना को जगाए रखें शिक्षक
सीएमओ सीमा बक्शी ने भी कारण स्पष्ट नहीं किया। उन्होंने अगली तारीख भी नहीं बताई, जबकि बैठक रद्द होते ही नियमतः अगली तारीख बतानी पड़ती है। नियम यह भी कहता है कि कोरम पूरा होने पर अध्यक्ष की अनुपस्थिति में कोई भी पार्षद बैठक की अध्यक्षता कर सकता है।
जानिए क्या कहता है नगर पालिका अधिनियम
नगर पालिका अधिनियम 1961 की धारा 19 के तहत सामान्य सभा की बैठक की सूचना क्षेत्रीय सांसद और विधायक को देना अनिवार्य है। वे चाहें तो उपस्थित हो सकते हैं या अपना प्रतिनिधि भेज सकते हैं। जैसे विधायक देवव्रत सिंह ने शिरीष मिश्रा को भेजा था। परिसीमन पर गंजीपारा वासियों ने दर्ज कराई पहली आपत्ति, बोले- खत्म हो रहा अस्तित्व