नपा का भ्रष्ट सिस्टम: लाख-डेढ़ लाख के काम में चाहिए पार्षदों की संतुष्टि, 32 करोड़ की योजना से असंतोष पर साधी चुप्पी
खैरागढ़. नगर पालिका का सिस्टम गजब है। लाख-डेढ़ लाख का पेमेंट करने से पहले ठेकेदारों को पार्षदों से संतुष्टि प्रमाण पत्र लेना पड़ता है, लेकिन 32 करोड़ की योजना को लेकर पनप रहे असंतोष का जवाब देने वाला कोई नहीं। उपाध्यक्ष, सभापति व पार्षद रेत-मुरुम बिछाए बिना पाइप लाइन बिछाने का आरोप लगा रहे, परंतु नपा के जिम्मेदार इसका हिसाब देने से कतरा रहे हैं। Also read: Class of 83 Trailer: बॉबी देओल ने बनाई पुलिस की स्पेशल टीम, होगा गैंगस्टर्स का सफाया
सबसे बड़ी बात ये कि जिस एनीकट में पानी का स्टोरेज होना है, उसकी ऊंचाई बढ़ाने को लेकर किसी तरह की पहल नहीं की गई है। सिंचाई विभाग से किसी तरह का पत्र व्यवहार नहीं किया गया है। न ही रकम जमा कराई गई है। यानी गंजीपारा स्थित एनीकट की ऊंचाई नहीं बढ़ी तो पाइप लाइन बिछने के बाद भी शहर में पानी की सप्लाई नहीं हो सकेगी। Also read: मुंबई में अभिनेत्री ने की खुदखुशी, सुसाइड नोट लिख कर बताया कारण
कुल मिलाकर 32 करोड़ की जल आवर्धन योजना को लेकर नगर पालिका के अफसर पूरी तरह से लापरवाही बरत रहे हैं।
सब इंजीनियर किशोर ठाकुर ने खुद कहा था कि उपाध्यक्ष, सभापति और पार्षद चाहते हैं तो वे मौका निरीक्षण कर जांच करवा सकते हैं, लेकिन पांचवें दिन गुरुवार को भी इस दिशा में कोई पहल नहीं हुई। अब वे कॉल रिसीव भी नहीं कर रहे।
उपाध्यक्ष सहित भाजपा के पार्षद इसी मामले को लेकर सीएमओ से भी मिलने गए थे, उन्होंने साइड इंजीनियर ठाकुर की अनुपस्थिति की आड़ ली। दूसरे साइड इंजीनियर के साथ मौका निरीक्षण से इनकार किया। उपाध्यक्ष रामाधार रजक ने बताया कि सीएमओ ने उच्चाधिकारी से मार्गदर्शन के बाद ही कार्रवाई करने की मंशा जाहिर की। Also read: कैफे की आड़ में चल रहा था हुक्का बार,प्रशासनिक टीम ने मारा छापा
जिम्मेदारों का ध्यान नहीं, युवा संवार रहे एनीकट
जिस एनीकट की मरम्मत के बाद शहर को पानी मिलना है, उसकी तरफ जिम्मेदारों का ध्यान नहीं है, लेकिन नदी और पानी की अहमियत को समझने वाले गंजीपारा के युवा अरुण यदु, तेजिंदर मानिकपुरी, प्रमोद यादव, प्रियांशु डग्गर, शुभम यादव, बरसाती यादव जैसे युवा पॉवर हाउस एनीकट को भी संवार रहे हैं। निर्मल त्रिवेणी महाभियान फेसबुक पेज पर बकायदा इसकी फोटो भी शेयर की जा रही है।

चार महीने बाद भी नपा ने नहीं दी सहमति
16 मार्च 2020 को मंत्रालय के विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी ने सीएमओ को पत्र लिखकर पांच बिंदुओं में आशय स्पष्ट किया और कहा कि वार्ड-4 गंजीपारा निर्मित एनीकट सह रपटा की ऊंचाई बढ़ाकर, सुदृढ़ीकरण एवं नाला ट्रेनिंग के लिए नगर पालिका को दो करोड़ 80 लाख रुपए जमा कराने होंगे। वास्तविक लागत ड्राइंग-डिजाइन और प्राकलन के बाद दी जाएगी। इस प्रस्ताव पर सहमति प्रदान करें। लेकिन पालिका ने चार महीने बाद भी सहमति नहीं दी।
नहर के जरिए एनीकट में आएगा पानी
सिंचाई विभाग के ईई जीडी रामटेके ने बताया कि नहर के जरिए गंजीपारा एनीकट तक पानी आएगा। इसके लिए एनीकट की ऊंचाई भी बढ़ानी है ताकि जरूरत के हिसाब से गेट खाला जाए और पानी एनीकट में स्टोर रहे। इसके लिए एजेंडा नोट शासन को भेजा जाएगा।
पालिका की तरफ से अब तक पहल नहीं हुई
उपाध्यक्ष रामाधार रजक ने बताया कि एनीकट में ही पानी स्टोर होना है। इसके लिए सिंचाई विभाग ने राशि बता दी है, जो वहां जमा करनी पड़ेगी, लेकिन नगर पालिका की तरफ से अब तक किसी तरह की पहल नहीं की गई है।
बिंदुवार समझें जनहित की योजना को ऐसे उलझा रहा भ्रष्ट सिस्टम
0 तकरीबन सालभर से चल रहे जल आवर्धन योजना के काम की खामी तब उजागर हुई जब ठेकेदार को लगभग चार करोड़ का भुगतान हो गया। एमबी में उन स्थानों का उल्लेख भी नहीं है, जहां पाइप लाइन बिछाते समय रेत-मुरुम की फिलिंग की गई।
0 उपाध्यक्ष (भाजपा), सभापति (कांग्रेस) सहित करीब सभी पार्षदों ने इसमें भ्रष्टाचार के आरोप लगाए, इसमें वे पार्षद भी शामिल हैं, जो खुद ठेकेदारी करते हैं। जाहिर है कि रेत-मुरुम के खेल से वे भी वाकिफ होंगे ही।
0 पार्षदों के आरोप पर सब इंजीनियर ठाकुर ने कहा कि वहां कंडीशन देखकर रेत-मुरुम डाला गया है। एमबी रिकॉर्ड करते समय उन्होंने इसका उल्लेख किया है।
0 पार्षदों की संतुष्टि प्रमाण पत्र के बिना ठेकेदारों का पेमेंट रोकने वाले अफसर टस से मस नहीं हुए। मौके पर जांच करने की बजाय रोज नए बहाने गढ़े जा रहे हैं।
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