मानपुर-मोहला के जंगलों में सक्रिय है माफिया, राज्य सरकार के संरक्षण में हो रही बेशकीमती लकड़ियों की तस्करी।
राजनांदगांव. मानपुर-मोहला के जंगलों से सागौन की तस्करी और रेत के अवैध उत्खनन का मामला लोकसभा में गूंजा। शनिवार को सांसद संतोष पांडेय ने इन दाेनों ही मामलों का उल्लेख करते हुए राज्य सरकार को घेरा।
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उन्होंने कहा कि वनांचल एवं आदिवासी बाहुल क्षेत्र मानपुर-मोहला व अंबागढ़ चौकी में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की गाइड लाइन की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। नक्सल प्रभावित इन क्षेत्रों में बेतहाशा अवैध उत्खनन किया जा रहा है। इसकी वजह से पर्यावरण संतुलन खतरे में आ चुका है।
अवैध रेत उत्खनन की वजह से मानपुर विकासखंड के ग्राम तोलुम व नवागांव में नदी की दिशा ही बदल गई है। बिना रायल्टी पर्ची के शासन को लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है। नदी का कटाव बढ़ने व नदी और खेतों के क्षरण से किसानों में आक्रोश की स्थिति निर्मित हो रही है। इसका दो सालों से विरोध हो रहा है।
यही स्थिति पूरे छत्तीसगढ़ में बनी हुई है। मानपुर-मोहला के जंगलों में बेशकीमती सागौन सहित इमारती लकड़ियों की अवैध कटाई की जा रही है। इसके बाद इन्हें पड़ोसी राज्यों महाराष्ट्र व आंध्रप्रदेश भेजा जा रहा है।
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सांसद ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार के द्वारा इस अवैध कारोबार में संलिप्त लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। उन्होंने एनजीटी के निरीक्षण बाद पर्यावरण मंत्रालय सहित खनिज विभाग से कठोर कार्रवाई की मांग की।
वीडियो में देखिए सांसद ने सदन में कैसे रखी अपनी बात…