राजनांदगांव. ग्राम रामपुर (खातुटोला) में श्रीमद् भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ सप्ताह का 14 जनवरी से 22जनवरी तक आयोजन किया जा रहा है। जिसके कथा वाचक भगवताचार्य पंडित होमेंद्र प्रसाद दुबे ग्राम सुरगी वाले के मुखारविंद से किया जा रहा है। परायणकर्ता पंडित वेद प्रकाश दुबे सुरगी है।
भगवताचार्य पंडित होमेंद्र प्रसाद दुबे ने कथा मे श्री कृष्ण जन्मोत्सव, रामावतार , रुखमणी विवाह की कथा व्यासपीठ से कहा कि भगवान की भक्ति करने वाले मनुष्य कभी दुःखी नहीं रह सकता। सुख और दुख तो आते जाते रहते हैं धूप छांव की तरह है मनुष्य का जन्म भगवान के भक्ति के लिए हुआ है परंतु मनुष्य इस संसार की मोह माया में फंसकर अपने जीवन को व्यर्थ खो देता है कहा गया है कि 84 लाख योनि के बाद मनुष्य जन्म मिलता है। इस मिले हुए कीमती समय को ईश्वर की भक्ति करें और अपने जीवन को धन्य बनाएं। उन्होंने कहा कि हमारे जीवन संस्कारवान होना चाहिए, जिससे हमारे जीवन हरा-भरा हो जाएगा। बेटा बेटियों को संस्कारवान बनाएं ताकि वह बच्चे आगे चलकर अच्छे नागरिक बन सके। भागवत महापुराण की कथा में आयोजक जनो ने कथा स्थल पर रुखमणी विवाह का बहुत ही शानदार प्रस्तुति दी। सर्वप्रथम भगवान की तैल माटी चूल माटी लाई गई तत्पश्चात भगवान की तेल हल्दी पश्चात मेन नाच, बारात स्वागत ,मंगल विवाह टिकावन और भागवत भगवान की आरती की गई। पंडित दुबे जी ने कथा में आगे कहा कि भगवान अपने भक्तों के दुख को हर लेते हैं भक्तों के पुकार सुनकर भगवान दौड़े चले आते।