बिलासपुर : हाल ही में विधायक शैलेश पांडे ने जरूरतमंदों को खाना खिलाने की घोषणा की थी, उन्होंने खाने के पैकेट भी जगह-जगह जा कर बांटे थे। सके बाद कुछ लोग उनके निवास स्थान पर पहुंच गए और उनके आवास के आसपास भीड़ जमा हो गई। इसके बाद पुलिस ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली। पांडेय का कहना है कि पहले तो उन्होंने खुद भीड़ को नियंत्रित करने का प्रयास किया। लोगों से आग्रह भी किया कि व्यवस्था बनाए रखें।
भीड़ को देखते हुए उन्होंने खुद पुलिस को इसकी जानकारी दी, लेकिन पुलिस ने उन्हीं पर लॉकडाउन का उल्लंघन करने का मामला दर्ज किया।
इसके बाद सोमवार को विधायक शैलेश पांडे बिलासपुर कलेक्टर और एसपी पर भड़क गए। उन्होंने नाराजगी भी जताई और कहा कि यांत्रिकी तरीके से भूख नहीं मिटाई जा सकती। जाकर देखिए कितने मजदूर हैं। कितने गरीब हैं। कलेक्टर साहब उनको खाना खिला रहे हैं क्या? पुलिस अधीक्षक महोदय खाना खिला रहे हैं क्या? पुलिस तो लाठियां बरसा रही है। मैंने कोई गलत काम नहीं किया है, ये सब राजनीतिक साजिश लगती है, और इस मामले को मैं कोर्ट तक ले कर जाऊंगा। ये बिलासपुर की जनता का अपमान है।