खैरागढ़: अवैध क्लिनिक में पाइल्स का ऑपरेशन कर चार दिनों तक मरीज के घर पर ही करते रहे इलाज, दोनों झोलाछाप डॉक्टरों ने बरती लापरवाही।
इलाज में लापरवाही के चलते हुए खैरागढ़ में हुई युवक की मौत के सातवें दिन पुलिस ने दोनों झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली। पुलिस ने माना कि राजफेमली निवासी 32 वर्षीय आदर्श पिता कृष्णजय सिंह के इलाज में झोलाछाप डॉक्टर देवीलाल भवानी के साथ अरुण भारद्वाज भी शामिल था।
दोंनो ने मिलकर उसका गलत इलाज किया। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 304 ए गैर इरादतन हत्या और धारा 34 के तहत मामला दर्ज किया है। इसके अलावा छत्तीसगढ़ मेडिकल एक्ट की धारा 12 एलसीजी (LCG) के तहत भी कार्रवाई की है। इस बार में थाना प्रभारी नासिर बाठी ने बताया कि दोनों डॉक्टरों ने वह काम किया, जिसे करने का स्किल उनके पास नहीं है।
ऐसा है मामला
दाऊचौरा रपटा के पास झोलाछाप डॉक्टर अरुण भारद्वाज का मकान है, जहां देवीलाल भवानी अपना अवैध क्लिनिक चलाता था। तकरीबन पखवाड़े भर पहले राजफेमली निवासी आदर्श उसके पास इलाज कराने पहुंचा। दोनों डॉक्टरों ने उसे कम पैसे में इलाज का झांसा देकर पाइल्स का ऑपरेशन कर दिया। ऑपरेशन के बाद से उसे असहनीय पीड़ा होने लगी। दो दिनों तक लगातार खून निकला।
इस बीच दोनों डॉक्टरों ने मरीज के घर पर ही उसका इलाज किया और उसे सरकारी अस्पताल नहीं जाने दिया। इसी के चलते आदर्श को उचित इलाज नहीं मिल सका और चौथे दिन उसकी मौत हो गई।
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