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खैरागढ़ के 20 वार्डों के लिए बने 18 सेंटरों में हुए 1202 टेस्ट, 24 पॉजिटिव मिले, ज्यादातर में नहीं थे कोई लक्षण
खैरागढ़. प्रशासन ने कोरोना के विरुद्ध युद्ध तो छेड़ा, लेकिन योद्धाओं के लिए भोजन का उचित प्रबंध नहीं किया गया है। इसके चलते शहर के 20 वार्डों में बनाए गए 18 शिविर स्थलों में से ज्यादातर में न समय पर नाश्ता मिला और न ही भोजन। मोंगरा में तो नाश्ता और खाना दोनों ही नहीं पहुंचा। पूरा स्टाफ दिनभर भूखे रहकर टेस्ट करता रहा।
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इसके अलावा धरमपुरा में दोपहर तकरीबन डेढ़ बजे नाश्ता पहुंचाया गया। मेडिकल स्टाफ सहित ड्यूटी पर तैनात अन्य कर्मचारियों को भी इसी में तसल्ली करनी पड़ी। टिकरा पारा में शाम साढ़े 4 बजे भोजन पहुंचा। यही हाल पिपरिया का भी रहा। बताया गया कि भोजन की व्यवस्था नगर पालिका प्रशासन को करनी थी, लेकिन इसमें पूरी तरह से लापरवाही बरती गई।
कोरोना की चेन तोड़ने के लिए बुधवार (14 अक्टूबर) को प्रशासन ने एक युद्ध कोरोना के विरुद्ध के दमदार टैग लाइन के साथ शहर में 18 कैंप लगाए, लेकिन शिविर में अव्यवस्था का आलम रहा। हालांकि शिविर में नगर पालिका के जनप्रतिनिधि भी पहुंचे, इसके बावजूद व्यवस्था नहीं सुधरी।
एक कैंप में पांच का स्टॉफ यानी कुल 90 की लगी थी ड्यूटी
जानकारी के मुताबिक शहर के हरेक कैंप में तीन मेडिकल स्टाफ के साथ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और एक शिक्षक की ड्यूटी लगाई गई थी। यानी कुल 18 शिविर स्थलों में लगभग 90 लोग ड्यूटी पर थे। इनके लिए चाय-नाश्ता व दोपहर का भोजन नगर पालिका को ही उपलब्ध कराना था।
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24 पॉजिटिव में से ज्यादातर में कोई लक्षण नहीं
बीएमओ डॉक्टर विवेक बिसेन ने बताया कि 18 कैंप में कुल 1202 के एंटीजन टेस्ट हुए। इसमें से 24 पॉजिटिव मिले हैं, जबकि किसी में भी लक्षण नहीं पाए गए।
जानिए कहां कितने टेस्ट हुए और कितने पॉजिटिव निकले
वार्ड का नाम | टेस्ट | पॉजिटिव |
वार्ड-1 पिपरिया | 14 | 0 |
वार्ड-2 पिपरिया | 67 | 4 |
वार्ड-3 गंजीपारा | 86 | 1 |
वार्ड-4 राजफेमली | 74 | 1 |
वार्ड-5 ठाकुर पारा | 69 | 0 |
वार्ड-6 व वार्ड-7 | 14 | 3 |
वार्ड-8 व वार्ड-9 | 28 | 4 |
वार्ड-10 लालपुर | 112 | 1 |
वार्ड-10 मोंगरा | 57 | 2 |
वार्ड-11 किल्लापारा-धरमपुरा | 39 | 0 |
वार्ड-12 अमलीपारा | 50 | 0 |
वार्ड-13 धनेली | 99 | 0 |
वार्ड-14 सोनेसरार | 48 | 2 |
वार्ड-15 अमलीडीह खुर्द | 54 | 1 |
वार्ड-16 व 17 दाउचौरा | 189 | 2 |
वार्ड-18 | 91 | 1 |
वार्ड-19 टिकरापारा | 27 | 1 |
वार्ड-20 सिविल लाइन व ख | 84 | 1 |
हमारी होती जिम्मेदारी, तो बनवाते खाना: सीएमओ
सीएमओ सीमा बख्शी का कहना है ओवरऑल शिविर के मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी नगर पालिका की ही थी, सिर्फ भोजन बस की नहीं थी। अगर नगर पालिका की होती तो हम अपने तरीके से इसे करते। हम बनवाते खाना। मीटिंग में कहा गया था कि किसी सामाजिक संस्था को जिम्मेदारी देनी है, इसलिए दिए थे। उन्होंने सहायता के लिए बताया भी नहीं। बाद में जब पता चला तो हमने स्टॉफ दिया। नाश्ता तो लोगों को मिल ही गया था, खाना थोड़ा लेट हो गया।
नगर पालिका को ही करनी थी खाने की व्यवस्था: एसडीएम
एसडीएम निष्ठा पांडेय तिवारी का कहना है कि रिटन में तो कोई आदेश नहीं था, लेकिन नाश्ते और खाने की व्यवस्था नगर पालिका को ही करनी थी। इसे लेकर सीएमओ से मेरी कल शाम को भी चर्चा हुई थी। आज भी उनसे बात हुई तो उन्होंने व्यवस्था संभाल रखी थी, बताया था कि वे अपने सामने ही नाश्ता पैक करा रही हैं। दाऊचौरा में तो मेरे सामने ही खाना पहुंचा था। मुझे बिल्कुल आइडिया नहीं है कि ऐसी व्यवस्था रही। मैं बात करती हूं।
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