2 महीनो से ऊपर हो रहे शाहीन बाग की समस्या अभी खत्म भी नहीं हुई थी, कि अब जाफराबाद भी शाहीन बाग का रूप लेता नज़र आ रहा है। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध में पिछले डेढ़ माह से जाफराबाद रोड पर धरने पर बैठी महिलाएं देर रात जाफराबाद मुख्य सड़क पर उतर आईं। जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के पास महिलाएं धरना प्रदर्शन कर रही हैं। महिलाएं रोड को खाली करने से इनकार कर रही हैं।इसकी वजह से जाफराबाद मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिया गया है। यहां पर एंट्री और एग्जिट गेट को बंद कर दिया गया है। मेट्रो ट्रेन यहां पर नहीं रुक रही हैं। इसके अलावा भीम आर्मी ने आज भारत बंद बुलाया है।
मौलाना को बुलाकर समझने कि कोशिशें की गयी
सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए। उत्तर पूर्वी जिले के पुलिस उपायुक्त वेद प्रकाश सूर्या मौके पर हैं। अधिकारियों ने प्रदर्शन कर रही महिलाओं व लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन जब वह तैयार नहीं हुए। बात नहीं मानने पर पुलिस ने जाफराबाद स्थित मदीना मस्जिद के इमाम मौलाना शमीम अहमद को भी बुलाया कि वह लोगों से अपील करें कि कानून को हाथ मे न लें और सड़क खाली करें। लेकिन महिलाओं ने मौलाना की बात नहीं मानी। तो पुलिस व अर्द्धसैनिक बलों ने महिलाओं को खदेड़ दिया। हालांकि खदेड़ने के बाद वापस सड़क पर आकर डट गईं।
आज निकलना है मार्च
बताया जा रहा है कि सीएए और एनआरसी के विरोध में जाफराबाद में महिलाएं धरने पर बैठी हुई हैं। आज सुबह महिलाओं को जाफराबाद रोड से लेकर राजघाट तक पैदल मार्च निकालना है। दिल्ली पुलिस ने मार्च निकालने की अनुमति नहीं दी है। रविवार को निकाले जाने वाले मार्च को देखते हुए पुलिस अधिकारियो ने एतिहात के तौर पर शनिवार रात से ही जाफराबाद रोड पर पुलिस और अर्द्धसैनिक बल तैनात को दिया था। रोड पर पुलिस तैनात होते ही जाफराबाद में तनाव का माहौल हो गया। करीब साढ़े दस बजे धरने पर बैठी महिलाएं जाफराबाद मुख्य सड़क पर आ गईं और मेट्रो स्टेशन के पास जाम लगा दिया। आधे घंटे तक महिलाओं ने सड़क को बंद कर दिया।