खैरागढ़.पंडित दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद दर्शन की 60वीं वर्षगांठ पर राजधानी नई दिल्ली में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय स्मृति दिवस कार्यक्रम में राजनांदगांव लोकसभा सांसद संतोष पांडेय एवं वरिष्ठ भाजपा नेता शशांक ताम्रकार की गरिमामयी उपस्थिति ने कार्यक्रम को विशेष अर्थ प्रदान किया।
इस राष्ट्रीय एकता सम्मेलन में देश भर के नीति निर्माताओं, विचारकों और केंद्रीय मंत्रियों ने भाग लिया। कार्यक्रम के पहले दिन केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव, आरएसएस के वरिष्ठ पदाधिकारी श्री अरुण कुमार, और डॉ. महेश चंद शर्मा जैसे प्रमुख व्यक्तित्वों ने विचार प्रस्तुत किए। वहीं द्वितीय दिन केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन के अध्यक्ष एस. गुरुमूर्ति, और अन्य विद्वानों की उपस्थिति रही।
सांसद संतोष पांडेय ने कहा, "एकात्म मानववाद केवल विचार नहीं, भारतीय जीवन मूल्य है। यह दर्शन आज के भारत में आत्मनिर्भरता और सामाजिक समरसता की दिशा तय करता है।"
वहीं शशांक ताम्रकार ने अपने वक्तव्य में कहा, "दीनदयाल जी का चिंतन भारत के सांस्कृतिक और सामाजिक पुनरुत्थान की कुंजी है। आज देश को उनकी विचारधारा की सबसे अधिक आवश्यकता है।"
सम्मेलन ने स्पष्ट किया कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय का दर्शन न केवल राजनीतिक वैचारिकता है, बल्कि भारतीय समाज के सर्वांगीण विकास की आधारशिला है।