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महासमुंद - महासमुंद संसदीय क्षेत्र के सांसद चुन्नीलाल साहू ने कहा कि किसानों के धान खरीदी मूल्य की अंतर राशि का चार किश्तों मे भुगतन करने वाली सरकार न्याय योजना के नाम पर इस वैश्विक महामारी के समय किसानों के साथ के साथ जो भद्दा मजाक कर रही है, अन्नदाता किसान उसे पूरी गंभीरता से ले रही है और समय आने पर वह इस मजाक का सूद सहित करारा जवाब भी देगा।
सांसद ने आगे कहा कि प्रदेश सरकार बताये कि बब कोरोना संकट से पहले ही प्रदेश सरकार ने अपने बजट में धान खरीदी की अंतर राशि के लिए प्रावधान कर दिया था तो फिर ऐसी कौन सी परिस्थतियां आ गई कि सरकार अंतर राशि का भूगतान चार किश्तों मे कर रही है?
जबकि छ.ग.सरकार ने कोरोना काल में भी किसानों को एक पैसे की भी कोई मदद अपनी ओर से मुहैया नहीं कराई. एक तरफ कोरोना संकट के चलते हर वर्ग के लोग आर्थिक दिक्कतों से दो-चार हो रहे है. तब प्रदेश सरकार का अंतर राशि का किश्तों मेभुगतान को लेकर लिया गया फैसला किसानों के साथ घोर अन्याय है।
सांसद चुन्नीलाल साहूने कहा कि प्रदेश सरकार ने सुरू से ही अपने किसान विरोधी होने का प्रमाण दिया है।धान खरीदी की सुरूवात से ही प्रदेश सरकार किसानों से एक तरह की दुश्मनी भंजाती नजर आई है।धान की खरीदी एक माह टाल दी,धान का रकबा घटा दिया, टोकन वितरण में नित-न ए फरमान जारी कर कि सानों को परेशान किया गया, बारदाना तक देने मे आनाकानी की गई।
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धान भंडारण को लेकर छापेमारी कर किसानों के आत्मसम्मान लहूलूहान करने का काम किया गया।सांसद ने कहा कि आज भी किसान अपने उत्पादित धाध बेचने के लिए परेशान हो रहा है और सरकार उसके हक के पैसे देन मे आनाकानी कर रही है. अ़तर राशि किसानों के गाढे खुन पसीने और जायज हक की कमाई है, जिसे देकर छ.ग सरकार किसानों पर कोई अहसान नहीं कर रही है।
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