The RAGNEETI is periodical magazine and the news portal of central India with the political tone and the noise of issues. Everything is in this RAGNEETI. info@ragneeti.co.in
Owner/Director : Bhagwat Sharan Singh
Office Address : New Bus Stand, Shiv Mandir Road, Khairagarh. C.G
हड़बड़ाया राजस्व अमला: बायपास रोड के लिए भू-अर्जन में बड़ा गोलमाल सामने आते ही त्रुटि सुधरवा रहे अफसर।
खैरागढ़. बायपास के भू-अर्जन में बड़े गोलमाल के उजागर होते ही राजस्व अमला हरकत में आ गया। सोमवार को एसडीएम कार्यालय में हुई बैठक के बाद आनन-फानन में 33 लाख के प्लाट को नक्शे में दर्शाने की कवायद शुरू हुई।
यह भी पढ़ें: उत्सवों का श्रीगणेश; राधा-माधव की भक्ति में डूबी संगीत नगरी… देखिए वीडियो
पहला सुधार हुआ नामांतरण का, जिसमें 105/13 को संजयगिरी गोस्वामी के नाम दर्शाया गया, जो अब तक कुशालचंद जैन के नाम था। इसी के ऊपर वाले टुकड़े को खसरा नंबर 105/11 से हटाकर 105/6 किया गया, और बताया गया कि इसी के एवज में चुम्मन पिता बहल पटेल को 33 लाख 33 हजार का मुआवजा दिया गया है। यहीं पर हड़बड़ी में गड़बड़ी हो गई।
देखिए... 105/13 के ऊपर ही है 105/11 और नीले रंग में दिख रका 105/12
अब खसरा नंबर 105/12 को 105/3 का हिस्सा बताकर उसे 105/11 नंबर दे दिया गया है। इसी उधेड़बुन में भू-नक्शे से 105/12 पूरी तरह से गायब हो चुका है। पटवारी सीएल जांगड़े ने बताया कि खसरा नंबर 105/3 के मालिक हैं सूरज कुमार पिता भारतदास। उनकी 20 डिसमिल जमीन का अर्जन हुआ है, जिसका खसरा नंबर 105/11 ही है, जबकि 105/12 खसरे का उल्लेख त्रुटिवश हुआ है।
देखिए... सुधार के बाद का नक्शा, जिसमें है 105/6, लेकिन गायब है 105/12
खेल छिपाने कर रहे गलती पर गलती
मौके से सुविमल श्रीवास्तव की पांच डिसमिल जमीन गायब है, जिसका खसरा नंबर 105/4 है, जिसकी रजिस्ट्री भी नहीं हुई है। अब उन्हें कलेक्टोरेट से चौहद्दी का रिकार्ड लाने कहा जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ सूरज कुमार के नाम दो खसरा नंबर 105/11 और 105/12 की रजिस्ट्री खतौनी विवरण में शासन के नाम दर्ज है।
इनसाइड स्टोरी: मुआवजे में हेरफेर का अंदेशा
सोनेसरार से सरस्वती शिशु मंदिर एसएच-5 तक बन रहे बायपास का पूरा प्रोजेक्ट 36 करोड़ का है। बताया गया कि इसमें तकरीबन 19 करोड़ का सिर्फ मुआवजा बंटा है। अंदेशा है कि मुआवजे में हेरफेर के लिए ही सारी दस्तावेजी कहानियां रची गईं हैं। हालांकि सुविमल श्रीवास्तव ने कलेक्टर से भी गुहार लगाई है।
यह भी पढ़ें: उत्सवों का श्रीगणेश; राधा-माधव की भक्ति में डूबी संगीत नगरी… देखिए वीडियो
कब्जे की कहानी से हुआ मामले का खुलासा
मामले का खुलासा हुआ तब हुआ जब अर्जित भूमि पर कब्जे के लिए दो लोगों के बीच विवाद छिड़ा। पता चला कि पांडादाह रोड पर अमलीडीह खुर्द में वेल्डिंग का काम करने वाले चुम्मन पिता बहल पटेल की तकरीबन 7 डिसमिल जमीन का सरकार ने अर्जन किया है। इसके एवज में चुम्मन ने सरकार से 36 लाख 36 हजार रुपए मुआवजे के तौर पर प्राप्त भी किए हैं। अब चुम्मन का कहना है कि जो जमीन उसने सरकार को बेची है, उस पर संजय पिता धनराज गिरी गोस्वामी ने कब्जा कर लिया है।