फर्जी दस्तावेज के मामले में यूपी के सीतापुर जेल में बंद समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता और रामपुर से सांसद आजम खान इन दिनों संकटों से जूझ रहे हैं। आजम खान ने योगी सर्कार पर बेहद गंभीर आरोप लगते हुए कहा है कि नके साथ 'आतंकवादियों के जैसा व्यवहार' किया जा रहा है। आजम के इस बयान के बाद सूबे में सियासत और गर्मा गई है।
आजम खान को धोखाधड़ी केस में शनिवार को सीतापुर जेल से रामपुर ले जाया गया। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, 'मेरे साथ आतंकवादियों जैसा व्यवहार हो रहा है। इस सरकार में मेरे साथ अमानवीय व्यवहार हो रहा है।'
आजम खान की गिरफ्तारी पर राज्य में पहले से ही सियासी घमासान छिड़ा हुआ है। सीतापुर जेल में आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला को एक साथ रखा गया हैं। इस बीच आजम फैमिली की रामपुर जेल से शिफ्टिंग को लेकर एक नई जानकारी सामने आई है।
पुलिस ने कहा कि आजम के समर्थक रामपुर में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन की तैयारी कर रहे थे, जिससे माहौल खराब हो सकता था। सीतापुर जेल के अंदर आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम को एक ही सेल में रखा गया है, वहीं उनकी पत्नी और राज्यसभा सांसद तंजीन फातिमा जो फिलहाल डायबिटीज से पीड़ित हैं, उनको महिला सेल में रखा गया है।
डीजी जेल आनंद कुमार का कहना है कि रामपुर जेल के सुपरिंटेंडेंट ने राज्य सरकार को बुधवार को एक रिपोर्ट भेजी थी, जिसमें आजम खान के परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई गई थी। कुमार ने बताया कि, 'आजम की फैमिली को उनके गृहक्षेत्र से सीतापुर जेल शिफ्ट करने का फैसला इंटेलिजेंस इनपुट के बाद लिया गया। इसमें अंदेशा जताया गया था कि अपने नेता की गिरफ्तारी के खिलाफ उनके समर्थक बड़े विरोध प्रदर्शन की तैयारी कर रहे थे। पहले आजम को बरेली जेल भेजने की तैयारी थी लेकिन बाद में सरकार ने उन्हें सीतापुर जेल शिफ्ट करने का फैसला लिया।'
उन्होंने बताया कि, 'खुफिया रिपोर्ट में जेल परिसर के आसपास कानून व्यवस्था को लेकर चिंता जाहिर की गई थी, क्योंकि आजम का रामपुर में काफी प्रभाव है। ऐसी परिस्थितियों में आजम और उनके परिवार को दूसरी जेल में ट्रांसफर किया जाना मुनासिब था।'
डीजी जेल ने बताया कि सीतापुर जेल के अंदर और बाहर दोनों जगह सुरक्षा को चाक-चौबंद किया गया है। फर्जी दस्तावेज के मामले में आजम खान, उनकी पत्नी और बेटे को बुधवार को रामपुर में गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद अदालत ने तीनों को 2 मार्च तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया।