आर्कटिक में बढ़ते इंसानों के दखल और जलवायु परिवर्तन ने यहां मौजूद Polar Bear को नरभक्षी होने पर मजबूर कर दिया है। रूस के एक वैज्ञानिक के अनुसार यह जानवर अब एक दूसरे को मारकर खाने लगे हैं। उनकी मानें तो तेजी से पिघलती बर्फ और यहां से ईधन निकालने की प्रवृत्ति ने पोलर बीयर की आदतों को खत्म कर दिया है। दुखद खबर यह भी है कि आर्कटिक महासागर की बर्फ तेजी से पिघल रही है। जिसके कारण पोलर बीयर के शिकार की जमीन भी उनसे छिनती जा रही है।
आर्कटिक में 18 डिग्री तक पहुंचा का तापमान
आर्कटिक में तापमान इस बार 18 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज़ किया गया है। रूस की राजधानी मॉस्को के Sevretsov Institute of Problem of Ecology and Evolution में पोलर बीयर एक्सपर्ट इलिया मोर्डविंत्सेव ने इस रिसर्च को अंजाम दिया है।
उनका कहना है कि बढ़ते तापमान और यहां पर आने वाली कंपनियों की वजह से बर्फ के स्तर में तेजी से कमी आ रही है। इस वजह से पोलर बीयर के शिकार की जमीन भी उनसे छिन चुकी है। वह जमीन पर हैं या फिर ऐसे इलाकों में हैं जहां पर खाने की कमी है। इस वजह से यहां पर कई ऐसी घटनाये हुईं हैं, जिनमें भालू को नरभक्षी बनते देखा गया है।
रूस के शोधकर्ता की मानें तो इसकी वजह उनके हिस्सों में तेजी से बढ़ती इंसानी गतिविधियां हो सकती हैं। जिसे अब तक की सबसे डरावनी घटना माना जा रहा है। ऐसा माना जाता है कि आर्कटिक में मौजूद पोलर बीयर्स में नरभक्षी होने के लक्षण थे मगर धरती पर हर तरह का भोजन और संसाधनों की अच्छी मात्रा होने की वजह से उन्होंने कभी अपने प्रजाति के जानवरों को नहीं खाया।
तेजी से पिघल रही है आर्कटिक की बर्फ
इंसानो द्वारा पर्यावरण के अतिदोहन और शोषण से ग्लोबल वॉर्मिंग में भी इजाफा हो रहा है। और जलवायु परिवर्तन के आर्कटिक का तापमान भी बढ़ रहा है और बर्फ पिघल रही है। पोलर बीयर आर्कटिक की पहचान हैं और यहां पर उनके घरों को पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया है।
आमतौर पर पोलर बीयर समुद्री सील का शिकार करते हैं। अब जबकि यहां की बर्फ पिघल रहीं है तो भालूओं को किनारे पर रहने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। इस वजह से वह शिकार भी नहीं कर पा रहे हैं।
इलिया ने कहा, 'पोलर बीयर के बीच नरभक्षण के मामले एक लंबे समय से स्थापित तथ्य ही हैं, लेकिन ऐसे मामले बहुत कम पाए जाते थे। लेकिन अब इस तरह के मामले ज्यादातर देखने को मिल रहे हैं। हम ऐसा कह सकते हैं कि ध्रुवीय भालू में नरभक्षी प्रवृत्ति बढ़ रही है।'
उनके अनुसार पोलर बीयर में इस तरह का व्यव्हार भोजन में कमी के कारण हो रहा है। जिसकी वजह से वे जिंदा रहने के लिए मादा और शिशु भालू पर हमला कर रहे हैं। क्योंकि उनका शिकार करना आसान है।