कर्नाटक : राजधानी बेंगलुरु के पदरायनपूरा से फिर एक शर्मनाक घटना सामने आई है जिसमें स्वास्थ्य कर्मी और पुलिसकर्मियों पर हमला किया गया। कोरोना वायरस रोकथाम के लिए तैनात पुलिस और स्वास्थ्य कर्मी अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर उनका सहयोग करने के बजाय कुछ लोग बेहद शर्मनाक हरकतें कर रहे हैं।
खबर मिली है कि बेंगलुरु के पदरायनपूरा इलाके में कोरोना पॉजिटिव के 10 मामले सामने आए, जिसके बाद पूरे इलाके को सील कर दिया गया था। एक शख्स की कोरोना से मौत हो गई, इसके बाद उसके संपर्क में आए 58 लोगों को क्वॉरेंटाइन में ले जाने के लिए स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन के लोग पहुंचे। पर मौके पर उनके साथ मारपीट की गई बैरी गेट्स तोड़ दिए। बताया जा रहा है कि पुलिस ने इस मामले में 54 लोगों को गिरफ्तार किया है।
इंडियन एक्सप्रेस ने महानगरपालिका बेंगलुरु के एक अधिकारी से बात की और पता चला कि स्वास्थ्य विभाग ने ऐसे लोगों की लिस्ट दी थी जिन्हें क्वॉरेंटाइन किया जाना था ऐसे में प्रशासन की टीम वहां पहुंची और लोगों को बताया गया कि उनका को रोना टेस्ट होने वाला है और क्वॉरेंटाइन में रखा जाना है शुरू में सभी लोग मान गए थे ऐसे में 17 लोगों को क्वॉरेंटाइन ले जाया गया उसके बाद बाकी बचे लोगों को जब टीम लेने आई तो उन्होंने मारपीट और तोड़फोड़ करते हुए बैरी गेट्स भी तोड़ दिए।
महिला भी शामिल :
दरअसल इस मामले में एक महिला भी शामिल होने की खबर आई है। जगजीवन राम थाने में चार एफ आई आर दर्ज की गई, क्षेत्र के एसपी सोमेंद्र मुखर्जी ने कहा कि एक महिला सहित 54 लोगों को हिरासत में ले लिया गया है सीसीटीवी में पता चल रहा है कि उसी महिला ने हिंसा को भड़काया और सीसीटीवी के सबूतों के जरिए ही मामले की आगे जांच जारी है।
इंडियन एक्सप्रेस के रिपोर्टर ने इस वीडियो को सामने लाया है आप भी देखिये वीडियो :