महाराष्ट्र : मामला महाराष्ट्र के पालघर जिले का है जहां तीन लोगों की हत्या पीट-पीटकर कर दी गई। दरअसल इन तीनों में दो मृतक संत थे और एक उनका ड्राइवर। जानकारी के मुताबिक यह तीनों महाराष्ट्र से सूरत की ओर जा रहे थे। नेशनल हाईवे पालघर जिले के पास 1 गांव में अफवाह थी, कि यह लोग चोर हैं,महाराष्ट्र के पालघर में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते हुए ग्रामीणों ने तीन लोगों को चोर समझकर पीट-पीटकर मार डाला। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर आरोपियों की पहचान की और 110 लोगों को गिरफ्तार किया।
मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के हिसाब से जूना अखाड़े के दो साधु 35 साल के सुशील गिरी महाराज और 70 वर्षीय जिकड़े महाराज कल्पवृक्ष गिरी और ड्राइवर निलेश के साथ मुंबई कांदिवली से गुजरात के सूरत के लिए रवाना हुए थे जानकारी मिली है कि किसी दोस्त के अंतिम संस्कार के लिए निकले थे।इसी दौरान लोगों ने तीनों को रोक लिया और उन्हें गाड़ी से निकालकर पीट-पीटकर मार डाला। बताया जा रहा है कि जिन ग्रामीणों ने इन्हें पीटा उन्हें शक था कि यह लोग चोर हैं और चोरी के शक में हत्या को अंजाम दिया। चौंकाने वाली बात यह है कि यह घटना पुलिस के सामने हुई है, पुलिस चौकी से निकलते ही संत को ग्रामीण लोगों ने अपने कब्जे में ले लिया। जिनके पास लाठियां थीं।वही मौके पर पुलिस पहुंची जब घायलों को गाड़ी में ले जाने लगी तो ग्रामीणों ने पुलिस पर भी हमला कर दिया पुलिस गाड़ी और घायलों को छोड़ भाग खड़ी हुई बताया जा रहा है कि इस हमले में कुछ पुलिस भी घायल हुए हैं मौके पर पुलिस भी कुछ नहीं कर पाए अगर पुलिस चौकी पर ही उन्हें बैठाकर रखा गया होता तो शायद इनकी मौत होने से बच जाती, पर पुलिस चौकी से जीप तक ले जाने के दौरान गांव वालों ने संत पर हमला कर दिया और पीट-पीटकर हत्या कर दी। हालांकि पुलिस के सामने इस तरह की घटना होना महाराष्ट्र पुलिस पर सवाल खड़े करता है।
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पालघर के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट कैलाश शिंदे ने बताया कि तीनों कांदिवली से सूरत जा रहे थे वही दादरा और नगर हवेली की सीमा के बीच एक गांव हैं जहां यह घटना घटित हुई ग्रामीणों के हाथ में लाठी कुल्हाड़ी पत्थर समेत दूसरे हथियार भी थे इन हथियारों से तीनों पर हमला किया गया सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और तीनों को गाड़ी में डाला पर गांव वालों ने फिर अटैक कर दिया तीनों को अस्पताल में ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया पुलिस वालों को भी चोटे आई है और उनका भी मेडिकल करवाया जा रहा है।। दरअसल 19 अप्रैल को खबर आई थी कि इस मामले में 110 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है पालघर पुलिस पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि 110 लोगों को गिरफ्त में लिया गया है जिसमें 9 लोग नाबालिक है 101 लोगों को इस महीने की 30 तारीख तक के लिए पुलिस कस्टडी में लिया गया है इस मामले में जांच अभी जारी है।
सीएमओ महाराष्ट्र ने भी इस मामले में ट्वीट कर कहा- "पालघर की घटना पर कार्यवाही की गई है जिन्होंने दो साधु एक ड्राइवर और पुलिसकर्मियों पर हमला किया था पुलिस ने घटना के दिन ही उन सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है इस अपराध और शर्मनाक कृत्य के अपराधियों को कठोर दंड दिया जाएगा''
पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस नेवी ट्वीट कर इस मामले की जांच करवाने के लिए महाराष्ट्र सरकार से मांग की है उन्होंने कहा - ‘पालघर में मॉब लिंचिंग की घटना का वीडियो हैरान करने वाला और अमानवीय है।ऐसी विपदा के समय इस तरह की घटना और भी ज्यादा परेशान करने वाली है।मैं राज्य सरकार से गुजारिश करता हूं कि वह इस मामले की हाई लेवल जांच करवाएं और जो दोषी हैं उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो।
इस घटना पर बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्र और टीवी स्टार मुकेश खन्ना ने अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा : "महाराष्ट्र के पालघर में 2 संत और उनके ड्राइवर को बड़े ही बेरहमी से लिंचिंग कर मौत के घाट उतार दिया गया।ये घटना वीरवार की है।आज तक सारे liberals पूरी तरह से ख़ामोश है।कोई लोकतंत्र या संबिधान की दुहाई नहीं दे रहा।देंगे भी क्यों ..ये तो संतो की मृत्यु हुई है कौन पूछता है संतो को??"