×

Warning

JUser: :_load: Unable to load user with ID: 807

कोटा में फंसे विद्यार्थियों को छत्तीसगढ़ लाने के लिए बस भेजी जा रही है : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल Featured

By April 24, 2020 724 0

छत्तीसगढ़ : प्रदेश के छात्र जो राजस्थान के कोटा में इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए गए हुए थे और लॉक डाउन शुरू हो जाने की वजह से वही फंसे रह गए। ऐसे छात्रों के लिए राज्य सरकार की तरफ से बस की व्यवस्था की गई है जो उन्हें लेने के लिए कोटा के लिए रवाना हो रही है।

यह भी पढ़ें:  कोटा में फंसी बेटी को घर ले आए बिहार के बीजेपी विधायक

23 अप्रैल लगभग  रात 11:30 बजे, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्विटर के माध्यम से इस बात की जानकारी दी और कहा लॉक डाउन के कारण राजस्थान के कोटा में फंसे हुए छत्तीसगढ़ के छात्रों को वापस लाने के लिए बस भेजी जा रही है विद्यार्थियों को जल्द ही छत्तीसगढ़ लाया जाएगा।

केंद्रीय गृह मंत्री से की थी चर्चा :

आपको बता दें कि हाल ही में इस मामले पर बहुत चर्चा हुई थी और एक महत्वपूर्ण विषय के रूप में सामने आया था, क्योंकि छत्तीसगढ़ में बहुत से ऐसे छात्र जो कोटा में पढ़ाई करते हैं उनको लाने के लिए लगातार राज्य सरकार प्रयासरत थी। हाल ही में राज्य सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी इस विषय में चर्चा की थी जिसके बाद 23 अप्रैल की आधी रात को बसें भेजी गई है ताकि फंसे छात्रों को वापस लाया जा सके।

यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री को दी जान से मारने की धमकी

छात्रों के  अलावा अन्य नागरिको को भी लाने का प्रयास जारी :

आज यानी 24 अप्रैल को मुख्यमंत्री ने कहा - "कोटा में रह रहे छात्र को लाने का इंतजाम हम कर रहे हैं लेकिन हम चाहते हैं कि प्रदेश से बाहर फंसे हर नागरिक को चाहे वह पढ़ने गए हो, पर्यटक हो, या फिर श्रमिक सभी को वापस लाया जा सके। केंद्र सरकार के निर्देश दिशा निर्देशों के अनुसार इन्हें वापस लाने का इंतजाम किया जाएगा"

 

 

यह भी पढ़ें: बिलासपुर में सप्ताह में दो दिन रहेगी पूर्ण तालाबंदी

कोरोना काल में ‘श्रीराम’ के बाद अब ‘श्रीकृष्ण’ सुधारेंगे बच्चों की भाषा

रागनीति के ताजा अपडेट के लिए फेसबुक पेज को लाइक करें और ट्वीटर पर हमें फालो करें।

Rate this item
(0 votes)
Last modified on Friday, 24 April 2020 16:48

Leave a comment

Make sure you enter all the required information, indicated by an asterisk (*). HTML code is not allowed.