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कबीर प्रिंटर्स के प्रोपराईटर से दबाव डालकर लिया गया बयान - विकेश गुप्ता, पार्षद पति 

खैरागढ़. वरिष्ठ भाजपा नेता,पार्षद पति और नवपदस्थ जनभागीदारी अध्यक्ष शासकीय महाविद्यालय विकेश गुप्ता ने विधायक प्रतिनिधि मनराखन देवांगन के स्टेशनरी सप्लाई में फ़र्ज़ीवाड़े के आरोपों को बेबुनियाद बताया है। गुप्ता ने बताया कि तीन फर्म विजय ऑफसेट जिसका प्रोपाइटर मै स्वयं हूं। कबीर प्रिंटर्स सियाराम साहू और राम प्रिंटर्स दिनेश गुप्ता कोटेशन भरे थे। जिसका भावपत्र में कम दर था उसको काम मिला है। गुप्ता ने कहा कि कबीर प्रिंटर्स के प्रोपाइटर को किसी के द्वारा दबावपूर्वक बयान लिया जा रहा है। वायरल विडियो में आपने यह भी देखा होगा की उसको पेपर में लिखकर ऐसा बोलने के लिए कहा जा रहा है। बाकी सच्चाई तो आफिस वाले ही बता पाएंगे। 


ज़रूरी नहीं बिल में जीएसटी नंबर 


गुप्ता ने कहा कि जीएसटी के बारे मैने दिनेश गुप्ता से चर्चा किया तो उन्होने बताया की फर्म खुलने के बाद ही गोमास्ता का लायसेंस बनता है,उसके बाद ही जीएसटी बनता है। फर्म को बिल की जरूरत पड़ी होगी तो उन्होने बिल प्रिंट कराया होगा। तो उन्होने नगर पालिका को समान दिया उसका बिल दिया होगा। बिल में जीएसटी नम्बर लिखना जरूरी नहीं होता है। अगर बिल बुक में जीएसटी नम्बर नहीं है तो उसको प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होता है। 


आनन फानन में करते हैं समान सप्लाई 


गुप्ता ने कहा कि कभी-कभी कोई दस्तावेज, पंजी, स्टेशनरी समान की अचानक आवश्कता पड़ती है। आनन-फानन में मांगते है,तो दुकान सहयोग नही करेगा क्या ? दुकानदार सहयोग करने के लिए स्टेशनरी समान जल्दी दे दिया होगा। एक दुकानदार की विवेक के उपर डिपेंड करता है कि वह पुराने बिल को पहले क्लियर करेगा की नहीं। दिनेश गुप्ता को नगर पालिका सरकारी विभाग था तो उनको भरोसा रहा होगा की बिल आज नही तो कल क्लियर हो जायेगा इस कारण वह पुराने बिल को क्लियर करना उचित नही समझा होगा। 


कॉंग्रेसी डालते हैं दबाव, भाजपाई नहीं 


गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस की ओर से राजनितिक दबाव का जो आरोप लगाया था वह गलत है। इससे पहले पालिका में कांग्रेस की सरकार थी उनके द्वारा राजनितिक दबाव करके बिना समान की सप्लाई किए फर्जी बिल लगाकर लाखों रूपए निकालें। दवाब वाला काम कांग्रेसी करते है भाजपा वाले नही कराते है। यह जो कबीर आफसेट वाला बात है न वह आफिस का मामला है। उसी से जानकारी ले लो।

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