भितरघात की लड़ाई / चुनाव में हुए भितरघात को लेकर कोर कमेटी में हुई बहस की आग अभी बुझी नहीं है। भाजपा प्रत्याशी कोमल जंघेल ने अपनी सफाई दे दी, लेकिन संगठन उसे मानने को तैयार नहीं। हालांकि खुलकर कोई कुछ कहना नहीं चाह रहा, लेकिन आभार यात्रा में इसका असर देखने को मिला।
नियाव@ खैरागढ़
कोर कमेटी की मीटिंग को गेट-टू-गेदर बताने और संगठन पर लगाए आरोपों पर सफाई देने के बावजूद कोमल जंघेल की आभार यात्रा में गिनती के भाजपाई शामिल हुए। संगठन के पदाधिकारियों ने इस यात्रा से दूरी बना ली। इस तरह पार्टी का अंदरुनी विवाद खुलकर सामने आ गया। हालांकि कोमल ने इस पर कोई खास प्रतिक्रिया नहीं दी।
गुरुवार रात तकरीबन साढ़े 9 बजे आभार यात्रा की सूचना संगठन के लोगों को दी गई। सोशल मीडिया पर इसका शेड्यूल भी वायरल हुआ। इसके बाद से संगठन में सुगबुगाहट तेज हो गई। पदाधिकारियों ने भी स्पष्ट निर्देश नहीं दिए। सुबह लगभग 11 बजे वाट्सएप पर यात्रा का विरोध शुरू हुआ। इस विरोध को रोकने के प्रयास भी नहीं हुए। धीरे-धीरे यह मैसेज संगठन के बाकी पदाधिकारियों को भी दे दिया गया। कोमल जब खैरागढ़ पहुंचे तो उन्हें गिनती के ही लोग मिले। उन्होंने संगठन के लोगों से संपर्क साधा तो सभी ने अपनी मजबूरियां बता दी। इसके बावजूद वे पिपरिया, लालपुर, धनेली, अमलीपारा, सोनेसरार, किल्ला पारा, इतवारी बाजार, गोल बाजार, दाऊचौरा, टिकरापारा आदि तक पहुंचे।
राकेश और चंद्रशेखर दिखे साथ / अमलीपारा में पार्षद गिरिजा चंद्रकार के घर पर कोमल के साथ वरिष्ठ भाजपाइयों में राकेश गुप्ता और चंद्रशेखर यादव ही नजर आए। वहां बैठक के दौरान एक कार्यकर्ता कोमल का फोन कॉल नहीं उठा पाने पर अपनी मजबूरी बयां कर रहा था। हालांकि कोमल जंघेल उसे आश्वस्त करते दिखाई दिए और कहा कि होता है, कई बार मैं भी फोन नहीं उठा पाता।
असमंजस में रहे पार्टी के पदाधिकारी / इधर आभार यात्रा को लेकर पार्टी का एक धड़ा असमंजस में रहा। पार्टी में बनी इन परिस्थितियों को लेकर उनके बीच मंथन चलता रहा। वे समझ ही नहीं पाए कि आखिर कोर कमेटी की मीटिंग में कोमल ने आरोप नहीं लगाए तो सफाई देने के लिए जाने की जरूरत क्यों पड़ी? और अगर आरोप लगाए गए तो इसे स्पष्ट करने की बचाए छिपाया क्यों गया?
वार्डों में अच्छा रिस्पांस मिला / इधर कोमल जंघेल का कहना है कि मैंने संगठन के पदाधिकारियों से संपर्क किया था। मंडल अध्यक्ष को भी कार्यक्रम की जानकारी दी थी। सभी सहमत थे। व्यस्तता की वजह से कुछ लोग नहीं आए, लेकिन वार्डों में अच्छा रिस्पांस मिला। चुनाव के दौरान संगठन के लोगों ने बेहतर काम किया है और मैं उनका आभारी हूं। मैंने किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया है।