खैरागढ़. छत्तीसगढ़ सरकार आंगनबाड़ी में साफ-सफाई रखने करोड़ रूपए खर्च कर रहे है लेकिन धरातल मे भ्रष्ट अधिकारियो की वजह से छत्तीसगढ सरकार की मंशा पूरी नहीं हो रही है। केसीजी जिले हाल बद-से-बदतर है गर्म भोजन के नाम फर्जीवाडे का लाखों का गबन करने वाले अधिकारी-कर्मचारी अब सफाई सामग्री वितरण में भ्रष्टाचार को अंजाम दिया है। शासन सभी आबा. केन्द्रो में सफाई सामाग्री वितरण करने निर्देश दिए थे। खैरागढ व छुईखदान परियोजना अधिकारियों ने सभी आबा. केन्द्रो में नीम साबुन 6 नग, नेलकटर 1 नग, नारियल तेल 100 एमएल, डेटाॅल 60 एमएल, कंघी 1 नग, फुल झाडू 2 नग, खराटा झाडू 2 नग, सुपली 1 नग, डिटर्जेंट पाउडर 4 किलोग्राम, फ्लोर क्लीनर 1 लीटर, टाॅयलेट क्लीनर 500 एमएल वितरण करने का दावा कर रही है। जबकि हकीकत में सभी आबा. केन्द्रो में सभी सामग्री की सप्लाई नही हुआ है। कुछ आबा. केन्द्रो में 5 सामग्री का वितरण तो कुछ आबा. केन्द्रो में 8 सामग्री का वितरण किया गया है।
छुईखदान व खैरागढ परियोजना से मिली जानकारी अनुसार दोनो परियोजना में करीबन ढाई-ढाई लाख रूपए के लागत से उक्त सामग्री की खरीदी कर सप्लाई किया है। अधिकारियो ने बताया की इसके लिए कोटेशन मंगाया गया था जिसमें श्रीजी एंजेसी धमधा को नियमतः कार्यवाही करते हुए सामग्री सप्लाई कि जिम्मेदारी दी गई थी।
धमधा के एंजेसी को मिला काम खैरागढ़ के व्यापरियो को पता नहीं
खैरागढ़ में किराना के होल-सेल दुकानदार है लेकिन परियोजना द्वारा जब कोटेशन मंगाया गया तो होलसेल दुकानदारो को इसकी जानकारी भी नही लगी। किराना व्यापरियो ने कहा की परियोजना अधिकारियो द्वारा कमीशन के चक्कर मे अपने खास व्याक्तियों को ही कोटेशन कि जानकारी दिया रहा होगा तभी धमधा के एंजेसी को काम मिला है। खैरागढ़ में किराना दुकानदारो की कमी नही है लेकिन जानकारी नहीं मिलने के कारण हम परियोजना में काम करने से वंचित हो गए। पूरा खेल कमीशन का इसकी सत्यता की जांच जिला स्तरीय टीम गठित कर करनी चाहिए।
जंग लगी नेलकटर, खाली टाॅयलेट क्लिनर के डिब्बे को कर दिया सप्लाई
परीयोजना अधिकारी व धमधा के श्रीजी एजेंसी मिली भगत कर आबा. केन्द्रो को घाटिया क्विालिटी की सामग्री सप्लाई कर दिया है विभाग ने बिना निरीक्षण किए भुगतान भी एजेसी को कर दिया है। दैनिक भास्कर ने जब ग्राउड़ रिपोर्टिंग की तब कार्यकर्ताओ ने जो सामग्री भास्कर को दिखाया उसमें जंग लगे नेलकटर की सप्लाई एंजेसी द्वारा की गई है। वहीं चुहा कटाने वाले साबुन, टाॅयलेट क्लिनर के नाम पर खाली डिब्बा का सप्लाई कर दिया गया है। डिटर्जेंट पाउडर में भी झाग नहीं छुट रहा है। कार्यकर्ताओ ने बताया की सुपरवाइजरो द्वारा परियोजना कार्यालय बुलाकर सामग्री को दिया गया है और प्राप्तकर्ता राजिस्टर में हस्ताक्षर ले लिया गया है।
सामग्री खरीदने दुगने किमत से अधिक का हुआ भुगतान
जिस एजेसी को सफाई सामग्री की सप्लाई का काम दिया गया था उसे दुगने किमत पर भुगतान किया गया है। खैरागढ फेमस बाजार के मालिक नितेश जैन ने बताया आबा. केन्द्र में जो सामग्री सप्लाई किया गया है उसके बेहतर कम्पनी के समान अधिकतम 300 रूपए की दर से प्रत्येक आबा. केन्द्रो में पहुंच जाता। जबकि विभाग ने इसके लिए करीबन 800 रूपए का खर्च किया है जो दुगने किमत से भी अधिक है।
सभी कार्यकर्ताओ को समान दिया गया है, अगर किसी कार्यकर्ता को समान कम मिला है उसकी जानकारी अभी तक नही मिली है। आप बता रहे तो मै इसकी जानकारी लेती हूं।
रंजना श्रीवास्ताव, परियोजना अधिकारी खैरागढ
कोटेशन नियम का पालन करते हुए श्रीजी एजेंसी धमधा को उक्त समान सप्लाई का काम दिया था। खाली टाॅयलेट क्लिनर सप्लाई होने की जानकारी आप बता रहे तो मै जानकारी लेता हूं।
सुनील बंजारे, परियोजना अधिकारी छुईखदान