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डॉ. साधना अग्रवाल को दी गई विदाई Featured

ख़ैरागढ़ 00 शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खैरागढ़ में विगत 2005 से पदस्थ सुश्री डॉ साधना अग्रवाल प्राचार्य पद से 31 दिसम्बर 2022 को सेवा निर्वित हुई । संस्था के समस्त शिक्षक, शिक्षिकाएं छात्राऐ, पत्रकार आदि की उपस्थिति में उन्हे भावभीनी सम्मानपूर्वक गरिमामय रूप से बिदाई दी गयी। कार्यक्रम की मुख्यअतिथि सेवा निवृत्त प्राचार्य डॉ. साधना अग्रवाल रहीं,अध्यक्षता डीईओ डॉ व्ही के राव ने की। विशेष अतिथि के रूप में बीईओ नीलम राजपूत बीईओ खैरागढ़ मौजूद रहीं। शाला के प्रभारी प्राचार्य कमलेश्वर सिंह राजपूत ने डॉ साधना अग्रवाल ने विभिन्न संस्थाओ में दी गयी सेवाओं का उल्लेख करते हुए उन्हें एक संघर्ष शील, शिक्षा के क्षेत्र में उलेखनीय योगदान , लसाहित्यकार, छत्तिसगढ़ का एक श्रेष्ठ प्राचार्य रेखांकित करते हुए उनके योगदान व उनके साथ किये कार्य अनुभव को सदा याद रखने की बात की। वरिष्ठ पत्रकार अनुराग शांति तुर्रे ने भी डॉ साधना अग्रवाल की शिक्षा के क्षेत्र में किये गए कार्य के प्रति कृतज्ञता प्रगट किये।इस अवसर पर संस्था के समस्त कर्मचारी तारा सिंह, कुणाल टंडन, गिरवर कोसरे,विनीता दीक्षित, गुंजन दीक्षित, अखिलेश श्रीवास्तव,खुम् वर्मा,किशोर यादव व्यख्यता, शिला सिंह,नीलू सिंह,विभाष पाठक, संगीत शिक्षक,सीता शुक्ला,संगीता सिंह राजकुमार वर्मा, स्पृहा सिंह, श्री रमेश साहू, श्रीमती तृप्ति दसरिया,उतरा साहू, हर्ष माणिक पूरी, सोरभ श्रीवास्तव कु भूमिका सिंह, भानु, राधिका डाकेशवर नितेश मंडावी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन श्री विभाष पाठक तथा आभार प्रदर्शन श्री कुणाल टंडन ने किया।विशिष्ट अतिथि के रूप में शाला प्रबन्धन समिति की अध्यक्षा श्रीमती नसीमा नासिर मेमन,पत्रकार खिलेंद्र नामदेव,यतींद्रजित सिंह,नदीम मेमन आदि उपस्थित रहे।

 

शिक्षक पूरे सेवाकाल को समाज को करता है समर्पित - नीलम राजपूत,डीईओ


नीलम राजपूत विकास खंड शिक्षा अधिकारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि शिक्षक अध्यापन के अतिरिक्त शासन की अन्य कार्यक्रम के क्रियान्यनवन करता है इसके बावजूद एक अच्छे प्रशासन करना  कठिन कार्य होते हुए पूरे सेवा काल को समाज को समर्पित कर देता है। शिक्षक की सेवा को कभी भुलाया नही जा सकता।


छात्राओं को दी नई दिशा - डॉ.के.व्ही.राव,डीईओ


जिला शिक्षा अधिकारी डॉ.के.व्ही.राव ने डॉ साधना अग्रवाल को एक कुशल शिक्षिका के साथ साथ व्यवहारिक,अपने विषय की ज्ञाता कार्य के प्रति ईमानदार संस्था के प्रति निष्ठवाँन,छात्रों के प्रति करुणा और दया, शाला के शिक्षक शिक्षिकाओ के साथ सहयोगी प्रवित्ति की कुशल शाला प्रबन्धक रही। उनके सानिध्य में रहकर शिक्षको ने बहुत कुछ सिखा है छात्राओ को एक नई दिशा और दशा  दी है। डॉ.साधना अग्रवाल सेवा निर्वित् हो रही है जो एक प्रशासनिक प्रक्रिया है। परंतु अपने शैक्षिक दायित्व से अलग नहीं हो रही है उनकी  सेवाएं सदैव इस संस्था को मिलते रहना चाहिए। वे जब चाहें शाला में आकर अपनी सेवाएं दी सकती है। 


विचार भिन्नता होते हुए भी टीम से चलना संबल प्रदान करता है - डॉ.साधना अग्रवाल,सेवानिवृत प्राचार्य


डॉ.साधना अग्रवाल ने अपने उद्बोधन मे कहा कि शाला प्रबन्धन का कार्य एक मुखिया के रूप संचालित करना बहुत ही कठिन कार्य है। परंतु सरलता,सहजता, और समन्वय की भावना से आसान हो जाता है। छात्र और अपने सहपाठीयो की भावनाओ को समझना आवश्यक है विचारों मे भिन्नता होते हुए भी टीम भावना से साथ  चलना हिम्मत और सम्बल प्रदान करती है समुदाय के लोगों के साथ अच्छे सम्बध  भी सेवा काल को आसान बना देता है। अधिकारियों के साथ बेहतर तालमेल प्रशासनिक कार्य को सरल बना देता है। मेरे सेवा काल को सरल सहज और श्रेष्ठ बनाने वाले सभी विभूतियों के प्रति आभार व्यक्त करती हुँ मैं सदैव अपने शैक्षिक दायित्वों के लिए तत्पर रहूँगी।

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