छुईखदान. छत्तीसगढ़ की लोक स्वास्थ्य परम्परा संवर्धन अभियान के तहत छुईखदान के गोपालपुर में औषधियां पुनः वितरण के लिए तैयार हो चुकी हैं। औषधीय पादप बोर्ड व जलवायु परिवर्तन विभाग के सहयोग बीते 3 वर्षों से पौधे तैयार कर उन्हें आम लोगों को वितरित किया जा रहा है। जिसका लाभ भी क्षेत्र वासी कर रहे हैं। निर्मल त्रिवेणी महाअभियान खैरागढ़ की टीम ने भी वृहद स्तर पर गोपालपुर से प्राप्त औषधियों को विभिन्न स्थानों पर रोपित किया। जो आज वृहद स्तर पर आकर ले चुके हैं।
1 लाख 50 पौधे रोपण के लिए तैयार
गोपालपुर छुई खदान में स्थानीय पारंपरिक वैद्यों एवं ग्राम वासियों के सहयोग से लगभग 1 लाख 50 हजार विभिन्न प्रकार के औषधीय पौधे तैयार किए गए जिसमें गिलोय, अडूसा, अश्वगंधा, सतावर, तुलसी, कालमेघ, ब्राम्ही, घृत कुमारी, कुलंजन, मंडूपपर्णी बच पत्थरचट्टा, पाषाणभेद,निर्गुंडी स्टीविया आदि औषधीय गुणों युक्त पौधों का वितरण कार्य प्रारंभ किया जा रहा है।
3 वर्षों से संचालित है योजना
नर्सरी प्रभारी वैद्य मौरोजध्वज साहू से प्राप्त जानकारी अनुसार नर्सरी प्रबंधक वैद्य महेश अंजोरिया, वैद्य राम कुमार वर्मा, वैद्य लाला राम जघेंल एवं वैद्य पूर्णानंद साहू एवं परंपरागत वनौषधि प्रशिक्षित वैद्य संघ छत्तीसगढ़ के मार्गदर्शन में यह योजना तीन वर्षों से संचालित हो रही है। औषधीय पौधों का ज्ञान स्वस्थ्य जीवन की पहचान हेतु जनहित में घर घर औषधीय पौधों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने हेतु पहल की जा रही है।