गंभीर शिकायत: सोशल मीडिया पर बात करने के लिए कहते हैं। फेसबुक से शुरुआत की। फिर वाट्सएप नंबर दिया। चैट करने के लिए मजबूर कर रहे। न करुं तो डिपार्टमेंट पहुंचने पर दुर्व्यवहार किया जा रहा है।
एचओडी वेंकट रमन गुड़े ने कहा- छात्रा के आरोप बेबुनियाद हैं। मैं छात्रों को केवल काम के लिए डांटता हूं। मेरी ऐसी किसी भी तरह की मंशा नहीं रही है। जांच में सारी चीजें स्पष्ट हो जाएंगी।
नियाव@खैरागढ़
संगीत विश्वविद्यालय में चल रहे महोत्सव की पहली रात आर्ट एंड क्राफ्ट डिपार्टमेंट के एचओडी से एक छात्रा की जमकर बहस हुई। इस बहस के चलते बड़ा मामला उजागर हुआ। पता चला कि चार माह पहले छात्रा ने कुलपति से एचओडी के खिलाफ गंभीर शिकायत की है। उसने एचओडी वेंकट रमन गुड़े पर आरोप लगाया है कि उन्होंने आधी रात सोशल मीडिया पर चैटिंग करने के लिए दबाव बनाया। मानसिक रूप से प्रताड़ित किया और आत्महत्या के लिए उकसाया भी। विश्वविद्यालय की आंतरिक शिकायत समिति इसकी जांच कर रही है।
गुरुवार को खैरागढ़ महोत्सव की शुरुआत के साथ ही चित्रकला संकाय में प्रदर्शनी भी शुुरू हुई। इसमें चित्रकला के साथ आर्ट एंड क्राफ्ट डिपार्टमेंट के छात्र-छात्राओं के काम को भी प्रदर्शित किया गया है, लेकिन संबंधित छात्रा का काम इसमें शामिल नहीं। इसी बात को लेकर रात तकरीबन 8 बजे एचओडी गुड़े से उसकी बहस भी हुई। पहले डिपार्टमेंट में, फिर कार्यक्रम स्थल पर। इस दौरान विश्वविद्यालय प्रशासन के कुछ लोग भी मौके पर मौजूद रहे। इस बहस के बाद सारा मामला खुलकर सामने आ गया। बताया गया कि कुलपति से हुई शिकायत के बाद से ऐसा ही चल रहा है। उधर शिकायत पर समिति किसी ठोस निर्णय पर नहीं पहुंची है। दैनिक भास्कर के पास शिकायत-पत्र की कॉपी है।
फोन नंबर लेने के बाद अक्सर कॉल करने लगे / छात्रा ने लिखा है कि एचओडी के साथ सोशल मीडिया पर चैटिंग नहीं करने पर डिपार्टमेंट में उसके साथ दुर्व्यवहार किया जाता था। शिकायत करने के पांच माह पहले उन्होंने चैटिंग के लिए रात तकरीबन 12 बजे मैसेज किया। फिर उन्होंने अपना मोबाइल नंबर दिया। इसके बाद अक्सर 10 से 11 बजे कॉल करने लगे।
प्रताड़ना के चलते बिगड़ रही तबियत / छात्रा ने बिंदुवार शिकायत में कई आरोप लगाए हैं। डिपार्टमेंट में देर रात 12 से एक बजे तक काम होने से किराए के तीन मकान बदलने पड़े। फर्स्ट सेमेस्टर के इंटरनल एग्जाम में रात एक बज गए थे। इसके चलते असमाजिक तत्वों का भी सामना हुआ। यह बात उसने अपने पिता को भी बताई। प्रताड़ना के चलते बार-बार तबियत बिगड़ रही है।
डिपार्टमेंट के दो अन्य शिक्षकों से भी की थी चर्चा / कुलपति को लिखे पत्र में स्पष्ट किया है कि उसने अपने सीनियरों को इसके बारे में बताया। डिपार्टमेंट के अन्य दो शिक्षकों से भी एचओडी की हरकतों के बारे में चर्चा की। इसमें से एक ने पैरेंट्स से बात करने की सलाह दी। दूसरे शिक्षक ने कहा कि जहां भी पढ़ने जाओगी, ऐसा होगा ही। अपनी पढ़ाई पर ध्यान दो। छात्रा ने लिखा है कि वह अपने भविष्य को लेकर चिंतित है।
न्याय नहीं मिला तो करुंगी कानूनी कार्रवाई / विश्वविद्यालय प्रशासन को लिखे पत्र में उसने विश्वविद्यालय प्रशासन से अनुरोध किया है कि एचओडी वेंकट रमन गुड़े के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई कर न्याय दिलाएं अन्यथा आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए बाध्य रहूंगी। इस पत्र के बाद विश्वविद्यालय की आंतरिक शिकायत समिति 11 और 29 अक्टूबर को दो बार उसका बयान ले चुकी है, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई।
महोत्सव के बाद दूंगी इस मामले पर जवाब / विश्वविद्यालय आंतरिक शिकायत समिति की अध्यक्ष प्रो. मृदुला शुक्ला से जब इस मामले के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि खैरागढ़ महोत्सव के बाद वे इस संबंध में विस्तार से जानकारी देंगी। वे विस्तार से बताएंगी कि समिति की जांच कहां तक पहुंची।
निश्चित ही होगी कानूनी कार्रवाई / वरिष्ठ अधिवक्ता सुनील पांडेय का कहना है कि लड़की चाहे तो सीधे थाने पहुंचकर शिकायत कर सकती है। सुप्रीम कोर्ट भी ऐसे मामले को लेकर सख्त है। पुलिस पहले एफआईआर दर्ज करेगी। फिर मामले की जांच होगी। अगर वह नाबालिग हुई तो पाक्सो एक्ट के तहत भी मामला दर्ज होगा।
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