नियाव@ खैरागढ़. आदिरंग महोत्सव के मंच पर थांग-ता, पाइका और बीन जोगी सहित हर राज्य के लोकनृत्य की झलक ने जैसे जादू कर दिया। हर टीम की प्रस्तुति ने दर्शकों की तालियां बटोरीं। विश्वविद्यालय के छात्रों व संगीत नगरी के वासियों ने हरेक टीम का बड़े ही गर्मजोशी से स्वागत किया। महोत्सव की शुरुआत पंडवानी गायिका पद्मविभूषण तीजन बाई ने की। मंच पर इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. मांडवी सिंह, मीरा गुलाब चोपड़ा, एनएसडी के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. अर्जुन देव चारण व प्रभारी निदेशक सुरेश शर्मा मौजूद रहे।
हस्तशिल्प देखने लगा रहा कला प्रेमियों का रेला/ परिसर में विभिन्न राज्यों से आई हस्तशिल्प कलाओं के लिए 30 स्टाल बनाए गए हैं, जिसे देखने व खरीदने वाले कला प्रेमियों का रेला दोपहर से ही लगा रहा। परिसर में की गई सजावट व रोशनी ने वहां आने वाले हर शख्स को आकर्षित किया।
मंगलवार शाम 6 बजे से बस्तर बैंड की प्रस्तुति/ आदिरंग महोत्सव में मंगलवार शाम 6 बजे से कैंपस-2 के ऑडिटोरियम में बस्तर बैँड की प्रस्तुति होगी। इसके बाद रात 7 बजे से कैंपस-1 में लोकनृत्यों की प्रस्तुति दी जाएगी।
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