
ख़ैरागढ़. सोनेसरार से राईस मिल चौंक तक निर्माणाधीन बाईपास की पोल बनने से पहले ही खुल चुकी है। काम अभी पूरा ही नहीं हुआ है। और सड़क उखड़नी शुरू हो चुकी है। खम्हरिया वार्ड के पास सड़क उखड़ने के साथ दबने भी लगी है। 12 साल से निर्माणाधीन बाईपास में शुरू से भ्रष्टाचार हुआ है। मुआवजे से लेकर निर्माण तक हर स्तर पर शासकीय राशि की बंदरबाट की गई है। जिसका परिणाम अब सामने आने लगा है। खराब सड़क में रोड मार्किंग भी हो चुका है। और आवाजाही भी जारी है। लेकिन पुल निर्माण नहीं हुआ है। जिसकी वजह से आवाजाही कहीं न कहीं बाधित रहती है। उस पर उखड़ती सड़क भविष्य में होने वाली दुर्गति की कहानी खुद बयान कर रही हैं। बाईपास निर्माण का काम मे.संजय सिंगी निर्माण एजेंसी कर रही है।
बेस वर्क में हुआ घालमेल
बाईपास निर्माण में निर्माण एजेंसी ने जमकर गड़बड़ियां की हैं। खासकर बेस वर्क में घटिया मटेरियल का उपयोग किया गया है। जिसका असर सड़क में दिख रहा है। अभी सड़क में ठीक से गाड़ियों की आवाजाही भी शुरू नहीं हुई है। और गाड़ियों के भार से सड़क दबना शुरू हो चुका है।

रिवाइज्ड हुआ एस्टीमेट
बाईपास निर्माण के लिए पहली बार साल 2009 में 32 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत हुई,लेकिन मुआवजे में घालमेल करते हुए पूंजीपतियों को अतिरिक्त लाभ पहुंचाने मुआवजा बढ़ाया गया। और एस्टीमेट रिवाइज़ किया गया और राशि बढ़ी और लगभग 50 करोड़ रुपए से अधिक अब तक इस बाईपास में खर्च होना है।

3 बार बदला गया नक्शा
पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए लोनिवि ने 3 बार इस नक्शे में फेरबदल किया। पहला नक्शा सोनेसरार से लेकर पिपरिया तक स्वीकृत था। जिसे बाद में सोनेसरार से केंद्रीय विद्यालय मोड़ तक किया गया और अंततः सोनेसरार से राइस मिल तक नया नक्शा बनाया गया।
बिंदुवार जानिए बाईपास की खामियां
00 सोनेसरार से राइस मिल तक बनी सड़क किसी सांप सीढ़ी से नज़र आती है।
00 पूरी सड़क 10 से 12 जगहों पर दबी हुई नज़र आती है,जो तकनीकी खामी को उजागर करती है।
00 बाईपास निर्माण की स्वीकृति मिले 12 साल से अधिक हो चुके हैं। और अभी एक साल तक इसके पूरा होने की संभावना नहीं के बराबर है।

पानी जमा होने की वजह से उखड़ी सड़क - अंकित जैन
लोक निर्माण विभाग के सब इंजीनियर अंकित जैन ने हालांकि सड़क उखड़ने का कारण पानी जमा होना बताया। जैन ने बताया कि खम्हरिया के उक्त हिस्से में बारिश का पानी जमा होता है। जिसकी वजह से यह हुआ है। उसे जल्द ही सुधार लिया जाएगा। साथ ही पुल निर्माण का कार्य भी जल्द पूरा होगा।